सीख देती कहानी: औकात की सीख

Jun 18, 2025, 01:29 PM

औकात की सीख

एक शहर में धन्ना नाम का लालची और अमीर सेठ रहता था, जो अपनी विशाल संपत्ति के बावजूद हमेशा अधिक पैसा कमाने के तरीके ढूंढता रहता था।

औकात की सीख

धन्ना सेठ ने अपने पुराने सामान, कपड़े और कबाड़ को कबाड़ी वाले को बेचने का निर्णय लिया, लेकिन देवी-देवताओं की मूर्तियों और फोटो फ्रेम को कबाड़ी वाले ने खरीदने से मना कर दिया।

औकात की सीख

कबाड़ी वाले ने मूर्तियों को सम्मानपूर्वक उठाकर कहा कि भगवान को खरीदने की उसकी औकात नहीं है, चाहे उसके पास कितना भी धन क्यों ना हो।

औकात की सीख

कबाड़ी वाले के इन शब्दों ने सेठ की आंखें खोल दीं और उसे एहसास हुआ कि पैसे की लालसा ने उसे कितना अंधा बना दिया था।

औकात की सीख

सेठ को अपने लालच पर पछतावा हुआ और उसने भगवान की मूर्तियों को अपने मंदिर में रख दिया, ईश्वर से माफी मांगी और फिर कभी लालच ना करने की कसम खाई।

औकात की सीख

इस घटना के बाद से सेठ का धन और संपत्ति के प्रति दृष्टिकोण बदल गया और उसने गरीबों को दान-पुण्य करना शुरू कर दिया।

औकात की सीख

कहानी से यह सीख मिलती है कि लालच इंसान की विवेक और बुद्धि नष्ट कर देती है

औकात की सीख

और जीवन में बहुत कुछ ऐसा है जो बेचा और खरीदा नहीं जा सकता।

औकात की सीख

कहानी की लेखक सुलेना मजुमदार अरोरा ने इस मार्मिक कहानी के माध्यम से जीवन की महत्वपूर्ण सीख दी है।