स्वामी दयानन्द सरस्वती और अंग्रेज़ी जानने वाला व्यक्ति

May 03, 2025, 05:52 PM

Swami Dayanand Saraswati and English person

स्वामी दयानन्द सरस्वती का जीवन भारतीय संस्कृति, ज्ञान और संस्कार के उत्थान के लिए समर्पित था।

Swami Dayanand Saraswati and English person

कलकत्ता में उनकी मुलाकात एक अंग्रेज़ी जानने वाले व्यक्ति से हुई, जो ब्रह्म समाज से जुड़ा था और अंग्रेज़ी भाषा का समर्थक था।

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उस व्यक्ति ने स्वामी जी से कहा कि अगर उन्होंने अंग्रेज़ी पढ़ी होती, तो वे वेद और उपनिषद विदेशों में प्रचारित कर सकते थे।

Swami Dayanand Saraswati and English person

स्वामी जी ने जवाब दिया कि अंग्रेज़ी जानना गलत नहीं है, लेकिन उस व्यक्ति को भी हिन्दी और संस्कृत का ज्ञान होना चाहिए।

Swami Dayanand Saraswati and English person

उन्होंने समझाया कि पहले अपने देश और समाज को सुधारना आवश्यक है, तब ही आप दुनिया को शिक्षा दे सकते हैं।

Swami Dayanand Saraswati and English person

स्वामी जी के तर्क से प्रभावित होकर उस व्यक्ति ने भारतीय भाषाओं का सम्मान करने का संकल्प लिया।

Swami Dayanand Saraswati and English person

इस घटना से यह शिक्षा मिलती है कि अंग्रेज़ी सीखना आवश्यक हो सकता है,

Swami Dayanand Saraswati and English person

लेकिन अपनी मातृभाषा और संस्कृति को नहीं भूलना चाहिए।

Swami Dayanand Saraswati and English person

अपनी संस्कृति से जुड़े रहने वाले व्यक्ति ही विदेशों में प्रभावी बन सकते हैं।