स्कूल का सुपरहीरो: मिस्टर बटरफ्लाई की हंसी भरी कहानी

मुंबई के सनशाइन इंटरनेशनल स्कूल में बच्चों को मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं है, जिससे वे निराश हैं, लेकिन एक अनोखे सुपरहीरो प्रोजेक्ट से उनकी दिनचर्या में मज़ा आता है।

मिस रंजन ने बच्चों को बिना टेक्नोलॉजी के एक सुपरहीरो बनाने का चुनौतीपूर्ण प्रोजेक्ट दिया, जिसे उन्होंने 'मिस्टर बटरफ्लाई' नाम दिया।

बच्चों ने मिलकर मिस्टर बटरफ्लाई के लिए कागज़ के पंख, रंगीन मास्क और अन्य सामान तैयार किया, जिससे हंसी और मस्ती का माहौल बना।

प्रोजेक्ट के दौरान कुछ हास्यास्पद घटनाएँ हुईं, जैसे अर्जुन का पंख फटना और मीरा का यूनिफॉर्म रंग-बिरंगा होना, जिससे क्लास में ठहाके गूंज उठे।

मिस्टर बटरफ्लाई के पहले उड़ान टेस्ट में उसे प्रिंसिपल की खिड़की से टकरा दिया गया, जिससे प्रिंसिपल पहले नाराज़ हुए लेकिन बच्चों की मासूमियत देखकर हँस पड़े।

प्रोजेक्ट अधूरा रह गया, लेकिन बच्चों ने महसूस किया कि हंसी और दोस्ती से भरे पल सबसे महत्वपूर्ण होते हैं।

कहानी से यह सीख मिलती है कि जिंदगी में हंसी और दोस्ती सबसे बड़ी दौलत होती है, और यह बच्चों को एक-दूसरे के करीब लाती है।

बच्चों ने तय किया कि अगली बार वे 'मिस्टर पेंसिल' बनाएँगे और उसे डायरी में वायरल करेंगे,

जिससे मज़े का सिलसिला जारी रहेगा।