प्यासा कबूतर: एक सीख देती कहानी

प्यासा कबूतर: एक सीख देती कहानी

कहानी एक गर्मी के मौसम की है जब तालाब और झीलें सूख चुकी थीं और जानवरों और पक्षियों को पानी मिलना मुश्किल हो गया था।

प्यासा कबूतर: एक सीख देती कहानी

एक कबूतर, जो हमेशा खुश रहता था, इस भीषण गर्मी में पानी की तलाश में भटक रहा था और उसकी हालत खराब हो रही थी।

प्यासा कबूतर: एक सीख देती कहानी

कबूतर ने एक दीवार के पास पानी की हल्की चमक देखी और उसे उम्मीद जगी कि उसे पानी मिल जाएगा।

प्यासा कबूतर: एक सीख देती कहानी

पानी पाने की जल्दी में, कबूतर ने दीवार पर जोर से चोंच मारी, जिससे दीवार का एक बड़ा हिस्सा टूट गया और कबूतर नीचे गिर पड़ा।

प्यासा कबूतर: एक सीख देती कहानी

कबूतर के पंख चोटिल हो गए और वह असहाय रूप से जमीन पर पड़ा रहा।

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कुछ देर बाद, एक आदमी वहां से गुजरा और उसने घायल कबूतर को देखा और उसे अपने घर ले जाकर उसकी मरहम-पट्टी की और पानी दिया।

प्यासा कबूतर: एक सीख देती कहानी

कहानी से सीख मिलती है कि किसी भी चीज़ को पाने के लिए उत्साह और जोश जरूरी है, लेकिन बिना सोचे-समझे कदम उठाना नुकसानदायक हो सकता है।

प्यासा कबूतर: एक सीख देती कहानी

यह कहानी हमें बताती है कि अतिउत्साह हमें मुश्किलों में डाल सकता है, इसलिए सोच-समझकर निर्णय लेना चाहिए।

प्यासा कबूतर: एक सीख देती कहानी

प्यासा कबूतर: एक सीख देती कहानी

सीख: यह कहानी हमें सिखाती है कि किसी भी चीज़ को पाने के लिए उत्साह और जोश जरूरी है, लेकिन अगर हम बिना सोचे-समझे कदम उठाएंगे, तो उसका अंजाम नुकसानदायक हो सकता है। अतिउत्साह अक्सर हमें मुश्किलों में डाल सकता है।