यमराज का न्याय: एक की भूल, दूसरे की खुशहाल किस्मत!" 🌿👣

Feb 26, 2025, 05:11 PM

Yamraj justice One mistake

दो गरीब किसान एक गाँव में रहते थे, जिनकी आजीविका खेती पर निर्भर थी। उनके पास जमीन कम थी और फसल सीमित होती थी, जिससे धन की हमेशा कमी रहती थी।

Yamraj justice One mistake

दोनों किसानों का स्वभाव अलग था; एक असंतुष्ट और गुस्सैल था, जबकि दूसरा संतोषी और प्रसन्नचित्त था।

Yamraj justice One mistake

मृत्यु के बाद, यमलोक में यमराज ने उन्हें अगले जन्म में मनचाहा जीवन देने का वादा किया।

Yamraj justice One mistake

पहले किसान ने बिना मेहनत के धन की इच्छा जताई, जिससे यमराज ने उसे भिखारी बना दिया। उसे बिना मेहनत के पैसे मिलते थे, लेकिन वह और असंतुष्ट हो गया।

Yamraj justice One mistake

दूसरे किसान ने दूसरों की सेवा करने की इच्छा जताई, जिससे यमराज ने उसे गाँव का सबसे अमीर और दयालु व्यक्ति बना दिया। वह खुद भी खुश था और दूसरों को भी खुश रखता था।

Yamraj justice One mistake

इस कहानी से यह सीख मिलती है कि संतोष ही असली धन है, और लालच का फल हमेशा कड़वा होता है।

Yamraj justice One mistake

सबसे अमीर वही व्यक्ति होता है, जो दूसरों की मदद कर सके और जो मिला है उसमें खुश रहना सीखे।

Yamraj justice One mistake

जीवन में सकारात्मक सोच रखने वाले लोग ही सच्चे सुख का अनुभव कर सकते हैं।

Yamraj justice One mistake

संतोष ही असली धन है – हमेशा असंतोष रखने वाले लोग कभी सुखी नहीं रह सकते।