ISKCON मंदिर: कृष्ण भक्ति का अनोखा केंद्र और शिक्षा स्थल

ISKCON (इस्कॉन) मंदिर दिल्ली के दक्षिण में स्थित है और लगभग तीन एकड़ भूमि पर फैला हुआ है। इसे "अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ" के नाम से भी जाना जाता है।

यह मंदिर न केवल भक्ति का पवित्र स्थल है, बल्कि यह शिक्षा, ध्यान, और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र भी है। इसका मुख्य उद्देश्य कृष्ण भक्ति को बढ़ावा देना और भक्ति योग का महत्व समझाना है।

इस्कॉन आंदोलन की शुरुआत 1960 के दशक में न्यूयॉर्क में हुई थी और दिल्ली का इस्कॉन मंदिर 1998 में भक्तों के सहयोग से बनाया गया।

मंदिर परिसर में छह मुख्य भाग हैं: मुख्य मंदिर, वैदिक अध्ययन केंद्र, वैदिक संस्कृति संग्रहालय, वैदिक कला प्रदर्शन केंद्र, आश्रम, और कृष्ण जन्मोत्सव पार्क।

यहां हर दिन विभिन्न आरतियां होती हैं और भक्त भगवान कृष्ण की मूर्तियों के दर्शन कर सकते हैं। मंदिर में धार्मिक ग्रंथों पर प्रवचन भी होते हैं।

वैदिक संस्कृति संग्रहालय में बच्चों और बड़ों को हिंदू शास्त्रों को रोचक तरीके से सिखाया जाता है। संग्रहालय में "भगवद गीता" और "रामायण" पर आधारित कलाकृतियां भी हैं।

गोविंदा रेस्तरां में शुद्ध शाकाहारी भोजन परोसा जाता है, जो भगवान कृष्ण को भोग चढ़ाने के बाद भक्तों को दिया जाता है।

मंदिर में प्रवेश निशुल्क है, लेकिन फोटोग्राफी से बचने और उचित वस्त्र पहनने की सलाह दी जाती है। यह स्थान आंतरिक शांति और आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान करता है।