सूक्ष्म जीव, शैवाल (Algae) से बनी बैट्री ने कम्प्यूटर को बिना बिजली छह महिने चलाया

आज दुनिया में नित नए आविष्कार होते जा रहे हैं जिससे इंसानों को नई नई सुविधाएं मिलती जा रही है। हाल ही में कैंब्रिज विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने शैवाल (Algae) का इस्तमाल करते हुए एक ऐसी बैट्री का निर्माण किया जो स्व चालित यानी अपने आप चलती हो और जब इस बैट्री को एक कम्पुटर प्रोसेसर से जोड़ा गया तो वो लगातार, दिन रात छह महीने तक चलता रहा।

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आज दुनिया में नित नए आविष्कार होते जा रहे हैं जिससे इंसानों को नई नई सुविधाएं मिलती जा रही है। हाल ही में कैंब्रिज विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने शैवाल (Algae) का इस्तमाल करते हुए एक ऐसी बैट्री का निर्माण किया जो स्व चालित यानी अपने आप चलती हो और जब इस बैट्री को एक कम्पुटर प्रोसेसर से जोड़ा गया तो वो लगातार, दिन रात छह महीने तक चलता रहा।

एक रिपोर्ट के अनुसार शैवाल संचालित कंप्युटर सिनेकोसाईट्स नाम के नीले हरे शैवाल (Algae, जो एक सूक्ष्म जीव होता है) की एक प्रजाति द्वारा निर्मित किया गया है जो प्रकाश संश्लेषण द्वारा सूर्य से बिजली इक्कठा करती है। इस शैवाल से उपजी हुई विद्युत की धारा तब इलेक्ट्रोड में प्रवाहित होती है जो एक माइक्रोप्रोसेसर को शक्ति देने के काबिल हो जाती है।

इस छोटे से बैट्री का आकार AA बैट्री की तरह है और ये ARM CORTEX कंप्युटर प्रोसेसर चलाता रहा लगातार छः महीने तक जिसमें इस सिस्टम ने कम्प्यूटिंग समय के दौरान 0.3 माइक्रोवाट बिजली की खपत की और जब वो कोई काम नहीं कर रही थी तब इसमें 0.24 बिजली की खपत हुई। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के प्रोफेसर क्रिस्टोफर होवे ने बताया कि यह प्रयोग घरेलू वातावरण और थोड़ा सा बाहरी परिस्थितियों में प्राकृतिक प्रकाश के साथ किया गया।

शैवाल सूरज की गर्मी को प्राप्त करने के लिए प्रकाश संश्लेषण का उपयोग करता है और इस तरह  लगातार यह कंप्युटर को इलेक्ट्रिक देने के लिए पर्याप्त प्राकृतिक ऊर्जा प्रदान करता रहता है। शैवाल में एकत्रित इस ऊर्जा से, कंप्युटर बिना बंद हुए निर्बाध चलता रहा।

यह सम्पूर्ण रूप से शैवाल निर्मित बैट्री अपने कॉमपैक्ड आकार तथा बिजली प्रदान करने की क्षमता के कारण  कहीं भी उपयोग किया जा सकता है।  भविष्य में यह तकनीक ऑफ ग्रिड स्थित लघु इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए काम आ सकता है और इसका उपयोग दूर दराज के स्थानों, जहां इलेक्ट्रिक मुहैया नहीं है वहाँ भी इसका उपयोग हो सकता है यानी शैवाल से संचालित चार्जिंग स्टेशन कहीं भी बिना बिजली के मोबाइल फोन और चार्ज कर सकता है।

-सुलेना मजुमदार अरोरा