साधु की बुद्धिमानी: एक राजा की सीख (The Wisdom of the Sage: A King’s Lesson)
"साधु की बुद्धिमानी" कहानी में एक चतुर साधु राजा प्रताप सिंह से मिलने आता है और खुद को उनका भाई बताता है। साधु अपनी जर्जर हालत की पहेली बुनता है, जिसे राजा समझ लेते हैं।
"साधु की बुद्धिमानी" कहानी में एक चतुर साधु राजा प्रताप सिंह से मिलने आता है और खुद को उनका भाई बताता है। साधु अपनी जर्जर हालत की पहेली बुनता है, जिसे राजा समझ लेते हैं।
बहुत समय पहले की बात है। एक सुंदर हरा-भरा बाग था, जहाँ तरह-तरह के पक्षी रहते थे—तोता, मैना, तीतर, बटेर, कोयल, कबूतर, चिड़िया और उल्लू। उन सभी में उल्लू सबसे अलग था
"गुस्से का नुकसान" कहानी में रामू काका नाम का एक किसान अपनी रसोई में दूध पीने वाली बिल्ली से परेशान हो जाता है। गुस्से में वह बिल्ली को बोरी में फँसाकर आग लगा देता है, जिससे बिल्ली भागते-भागते पूरे गाँव में....
"साधु और बिच्छू की कहानी" में एक साधु बारिश में नाली में बह रहे बिच्छू को बचाने की कोशिश करता है। बिच्छू बार-बार उसे डंक मारता है, लेकिन साधु अपने स्वभाव को नहीं बदलता। वैद्य शर्मा साधु को रोकते हैं
"सच्ची दोस्ती का सबक" कहानी में रमेश और सोहन गहरे दोस्त हैं। वे नदी पर नहाने जाते हैं, लेकिन बारिश में सोहन की ज़िद के कारण वह डूबने लगता है। रमेश उसे बचाता है, लेकिन बाद में सोहन गुस्से में रमेश को मार देता है।
एक सुंदर तालाब के किनारे नन्हा नाम का एक कछुआ रहता था। नन्हा का कवच बहुत मजबूत था, जो उसे हर खतरे से बचाता था। चाहे पानी में मछलियाँ हों या जंगल के जानवर, नन्हा का कवच उसकी जान की ढाल था।
"माँ का प्यार: चिड़िया की ममता की कहानी" में एक चिड़िया अपने चार बच्चों—चुनमुन, गुनगुन, फुरफुर और टुनटुन—के लिए बारिश में खाना लाने की हिम्मत करती है। तेज बारिश के बावजूद वह किसान के आँगन से अनाज लाकर