Stories हिंदी प्रेरक कहानी: कौवा पहुंचा नर्सरी स्कूल यह कहानी उस कौवे के बारे में है जो रोज नर्सरी स्कूल जाया करता था। रोज़ इंटरवल के वक्त बच्चे मैदान में कुछ भोजन के टुकड़े गिरा देते थे। कौवा उनको खाने के लिए मैदान में आता था। By Lotpot 24 Jul 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: दोस्ती का महत्व एक छोटे से गाँव में, दो पंद्रह साल के लड़के रहते थे अर्जुन और रितिक। दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे और हमेशा साथ में समय बिताते थे। गाँव के सभी लोग उनकी दोस्ती की मिसाल देते थे। By Lotpot 19 Jul 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: सफलता और भाग्य नेपोलियन के पास एक बार उसका परिचित एक व्यक्ति को लेकर आया जिसे वह सेना नायक के पद पर नियुक्त कराना चाहता था। यह एक बहुत कुशल और अनुभवी सेना नायक रह चुका है। By Lotpot 13 Jul 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: संतोष धन हमारी इच्छाएं असीमित हैं किन्तु हमारे साधन सीमित हैं। हमारे पास कितना भी धन हो जाये, हमारी कुछ इच्छाएं सदैव पूरी होने से वचिंत रहेंगी। जब तक हम अपने वर्तमान से संतुष्ट होना नहीं सीखते हम दुखी रहेंगे। By Lotpot 10 Jul 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: प्रकृति से बेईमानी किसी नगर में दानवीर नाम का एक व्यक्ति रहता था। उसका नाम और स्वभाव एक जैसे ही थे। दानवीर किसी भी सीमा तक जाकर जरूरत मंद लोगो की सहायता करता था। By Lotpot 09 Jul 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: बरसो रे मेघा कई दिनों से बारिश नहीं हो रही थी सभी परेशान थे जिनमें नंदिनी नाम की वह छोटी सी लड़की भी शामिल थी, नंदिनी ने जब घुमडते बादलों को देखा तो वह उनसे बोली- “ऐ मेघा तुम हमारे यहां क्यों नहीं बरसते देखते नहीं कितने परेशान हैं हम!” By Lotpot 04 Jul 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: कुएं का मेंढ़क बारिश थम चुकी थी। चारों ओर हरियाली छाई हुई थी। पानी से धुले पेड़ों पर एक नयी छटा दिख रही थी। मधुमक्खी एक खिले हुये फूल पर मडंरा रही थी। वह सारे उपवन में घूम-घूम कर अपने छत्ते पर ले जाने के लिये परागकण एकत्र कर रही थी। By Lotpot 03 Jul 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: मनुष्य का प्रथम गुण बंटी! चलो खाना खालो! अन्दर रसोई से मां ने बंटी को आवाज लगाई। नहीं, मैं खाना नहीं खाऊंगा बंटी ने अपने कमरे से ही मुंह फुलाए उत्तर दिया। क्यों! क्यों नहीं खाओगे? By Lotpot 02 Jul 2024
Stories हिंदी प्रेरक कहानी: रावण का पुतला एक महात्मा से किसी ज्ञानवान मनुष्य ने पूछा- हर बरस रावण का पुतला क्यों जलाया जाता है? जबकि वह तो कब का मर चुका है। महात्मा ने कहा- जिस तरह आम का कोई वृक्ष मीठे फलों की जगह जहरीले फल देना शुरू कर देता है। By Lotpot 22 Jun 2024