साधु की बुद्धिमानी: एक राजा की सीख (The Wisdom of the Sage: A King’s Lesson)
"साधु की बुद्धिमानी" कहानी में एक चतुर साधु राजा प्रताप सिंह से मिलने आता है और खुद को उनका भाई बताता है। साधु अपनी जर्जर हालत की पहेली बुनता है, जिसे राजा समझ लेते हैं।
"साधु की बुद्धिमानी" कहानी में एक चतुर साधु राजा प्रताप सिंह से मिलने आता है और खुद को उनका भाई बताता है। साधु अपनी जर्जर हालत की पहेली बुनता है, जिसे राजा समझ लेते हैं।
"साधु और बिच्छू की कहानी" में एक साधु बारिश में नाली में बह रहे बिच्छू को बचाने की कोशिश करता है। बिच्छू बार-बार उसे डंक मारता है, लेकिन साधु अपने स्वभाव को नहीं बदलता। वैद्य शर्मा साधु को रोकते हैं
"गजानन और भोलू की अनोखी दोस्ती" कहानी में एक शाही हाथी गजानन और एक कुत्ते भोलू की गहरी दोस्ती दिखाई गई है। एक किसान भोलू को ले जाता है, जिससे गजानन उदास होकर खाना-पीना छोड़ देता है।
"हाथी गजेंद्र की मानसिक जंजीर" कहानी में एक सर्कस के हाथी गजेंद्र और उसके साथी पतली रस्सी से बँधे रहते हैं, लेकिन बचपन से मिले डर के कारण वे उसे तोड़ने की कोशिश नहीं करते। एक बच्चे अर्जुन के सवाल और प्रोत्साहन से गजेंद्र अपने डर को तोड़ता है
"गुलाबी की अहंकार भरी सीख" कहानी में रेगिस्तान में एक गुलाब का पौधा, गुलाबी, अपनी खूबसूरती पर घमंड करता है और पास के कैक्टस, काँटा, का मज़ाक उड़ाता है। लेकिन जब रेगिस्तान में गर्मी पड़ती
"मुश्किलों से सीखें, हिम्मत से जीतें" कहानी में रवि अपनी परेशानियों से उदास है। उसके पिता रामलाल उसे आलू, अंडा और चायपत्ती के ज़रिए ज़िंदगी का सबक सिखाते हैं। वे इन तीनों चीज़ों को उबालकर दिखाते हैं
"बुद्ध की सीख और कालिया का बदलाव" कहानी में एक डाकू कालिया 100 लोगों को मारकर उनकी अंगुलियों की माला बनाना चाहता है। भगवान बुद्ध उसके रास्ते से गुज़रते हैं। कालिया उन्हें मारना चाहता है,
"सच्ची सेवा का सबक" कहानी में भाई कन्हैया जी गुरु गोविंद सिंह जी की सेना में पानी पिलाने की सेवा करते हैं। वे युद्ध के मैदान में दुश्मन सैनिकों को भी पानी पिलाते हैं, जिससे कुछ सैनिक नाराज़ होकर गुरु जी से शिकायत करते हैं