बाल कहानी- मुश्किलों से सीखें, हिम्मत से जीतें
"मुश्किलों से सीखें, हिम्मत से जीतें" कहानी में रवि अपनी परेशानियों से उदास है। उसके पिता रामलाल उसे आलू, अंडा और चायपत्ती के ज़रिए ज़िंदगी का सबक सिखाते हैं। वे इन तीनों चीज़ों को उबालकर दिखाते हैं
"मुश्किलों से सीखें, हिम्मत से जीतें" कहानी में रवि अपनी परेशानियों से उदास है। उसके पिता रामलाल उसे आलू, अंडा और चायपत्ती के ज़रिए ज़िंदगी का सबक सिखाते हैं। वे इन तीनों चीज़ों को उबालकर दिखाते हैं
"बुद्ध की सीख और कालिया का बदलाव" कहानी में एक डाकू कालिया 100 लोगों को मारकर उनकी अंगुलियों की माला बनाना चाहता है। भगवान बुद्ध उसके रास्ते से गुज़रते हैं। कालिया उन्हें मारना चाहता है,
"सच्ची सेवा का सबक" कहानी में भाई कन्हैया जी गुरु गोविंद सिंह जी की सेना में पानी पिलाने की सेवा करते हैं। वे युद्ध के मैदान में दुश्मन सैनिकों को भी पानी पिलाते हैं, जिससे कुछ सैनिक नाराज़ होकर गुरु जी से शिकायत करते हैं
एक दुखी लड़की और नदी का सबक: ज़िंदगी की सीख- एक दुखी लड़की रिया को बूढ़े मास्टर ने ज़िंदगी का सबक सिखाया। मास्टर ने उसे पहले एक गिलास पानी में नमक डालकर पिलाया, जो बहुत नमकीन और बुरा लगा। फिर उसी नमक को नदी में डालकर पानी पिलाया
माइकल फैराडे और जादुई बिजली का खेल : माइकल फैराडे ने एक बार अपने बिजली बनाने के प्रयोग को लोगों के सामने दिखाया। उन्होंने तांबे की कुंडली और चुंबक से बिजली बनाकर सबको हैरान कर दिया।
"ज़िंदगी की चाह" कहानी में दो बीमार आदमियों को अस्पताल के एक कमरे में रखा गया। एक आदमी, जिसका बिस्तर खिड़की के पास था, उसे हर दोपहर एक घंटे बैठने की सलाह थी, जबकि दूसरा आदमी पूरा समय लेटा रहता था।
चार पैसे की सीख: एक संतोषी किसान की कहानी- एक बार की बात है, एक राजा भेष बदलकर अपने राज्य में घूमने निकले। वे यह देखना चाहते थे कि उनके राज्य के लोग कैसे रहते हैं। घूमते-घूमते उनकी नज़र एक किसान पर पड़ी।
आम का पेड़ और लड़के की अनमोल दोस्ती - कई साल पहले, एक गाँव के पास एक विशाल आम का पेड़ था, जिसकी डालियाँ दूर-दूर तक फैली थीं। उसकी छाँव में ठंडक थी, और उसके आम इतने रसीले थे कि दूर-दूर से लोग उसे देखने आते थे।