बाल कहानी - उम्मीद की ज्योति
यह प्रेरक कहानी एक बच्चे और चार मोमबत्तियों—शांति, विश्वास, प्यार, और उम्मीद—के इर्द-गिर्द घूमती है। जब शांति, विश्वास, और प्यार बुझ जाती हैं, तो उम्मीद की ज्योति बच्चे की मदद से उन्हें फिर से जलाती है।
यह प्रेरक कहानी एक बच्चे और चार मोमबत्तियों—शांति, विश्वास, प्यार, और उम्मीद—के इर्द-गिर्द घूमती है। जब शांति, विश्वास, और प्यार बुझ जाती हैं, तो उम्मीद की ज्योति बच्चे की मदद से उन्हें फिर से जलाती है।
राम, कृष्ण और मोहन तीन भाई थे, जो एक छोटे से गाँव में रहते थे। इनकी आर्थिक हालत बहुत कमजोर थी, और वे दिन-रात एक फैक्ट्री में मेहनत-मशक्कत करते थे ताकि अपने परिवार का पेट पाल सकें। एक दिन, थकान से
यह कहानी रामू और श्याम की है, जहाँ रामू ने धैर्य खोकर कई जगह असफलता पाई, जबकि श्याम ने एक जगह मेहनत से मंजिल हासिल की। यह हमें सिखाती है कि जीवन में भी अगर हम धैर्य और सही दिशा में मेहनत करें, तो सफलता निश्चित है।
बूढ़े संत का अनमोल सबक: एक प्रेरक कहानी- यह कहानी राजा रणवीर और एक बूढ़े संत की है, जिन्होंने राजा को सच्चे जीवन का अर्थ सिखाया। वृद्ध ने बताया कि भौतिक सुखों से बढ़कर सेवा और भक्ति है, जिसने राजा को बदल दिया।
यह कथा रामू की है, जो 40 फीट गहरे गड्ढे में फंसा था, लेकिन एक अजनबी की आवाज़ ने उसे हिम्मत दी। उसने खुद को और एक बूढ़े को बचाया, जिससे गांव में बदलाव आया। यह कहानी हिम्मत और मानवता का प्रतीक है।
जीवन का पाठ: राजा और साधु की प्रेरक कथा- यह कथा राजा विक्रमादित्य और महर्षि दयानंद की है, जहाँ एक टूटे गमले ने नौकर गोविंद की जान को खतरे में डाला। महर्षि की चतुराई ने न केवल गोविंद को बचाया
यह कहानी है एक छोटे से गाँव के एक लड़के, जिसका नाम था आर्यन। आर्यन एक साधारण परिवार में पैदा हुआ था। उसके पिता एक किसान थे और माँ घर संभालती थीं। आर्यन का सपना था कि वह एक दिन बड़ा आदमी बनेगा
स्वामी विवेकानंद की प्रेरणादायक कहानी: शिकागो में आत्मविश्वास का सबक- एक बार स्वामी विवेकानंद अमेरिका के शिकागो में विश्व धर्म महासभा (1893) में भाग लेने गए थे, जहाँ उन्हें भारत का प्रतिनिधित्व करना था।