E-Comic : नटखट नीटू और मैजिक डॉग
नीटू एक नटखट और जिज्ञासु बच्चा था। उसकी दुनिया हमेशा रोमांच और शरारत से भरी रहती थी। एक दिन अचानक उसे अजीब-सी आवाज़ सुनाई दी। कान बजने लगे तो नीटू को लगा कि शायद उसे भ्रम हो रहा है।
नटखट नीटू से लोटपोट कॉमिक्स का हिस्सा रहे हैं। नीटू हमारा मुख्य नायक है। वह अविश्वसनीय रूप से दयालुस्मार्ट और शरारती है। नीटू साहसी है और जब भी लोगों को उसकी ज़रूरत होती हैवह हमेशा मौजूद रहता है। नीटू की हर कहानी बच्चों को साहस और कठिन समय में संयम से काम लेने की शिक्षा देती है, जोकि बच्चों के सामाजिक विकास के लिए बहुत ज़रूरी है। तो फिर जाइए और सब्सक्राइब कीजिए lotpot.com को और अपने बच्चों के सर्वांगीण विकास में उनकी सहायता कीजिये।
नीटू एक नटखट और जिज्ञासु बच्चा था। उसकी दुनिया हमेशा रोमांच और शरारत से भरी रहती थी। एक दिन अचानक उसे अजीब-सी आवाज़ सुनाई दी। कान बजने लगे तो नीटू को लगा कि शायद उसे भ्रम हो रहा है।
आज मायानगरी की गलियों में कुछ अजीब हो रहा है। हर गली, हर नुक्कड़ पर एक ही आवाज़ गूंज रही है — बांसुरी की मीठी धुन... लेकिन इस धुन के पीछे छुपा है एक खतरनाक राज़! जैसे ही बांसुरी बजती है, सैकड़ों चूहे उस बांसुरीवाले के पीछे दौड़ पड़ते हैं।
यह कॉमिक बच्चों के मनोरंजन (entertainment) और शिक्षा (education) दोनों के लिए बनाई गई है। इसमें नटखट नीटू जैसे मज़ेदार और होशियार पात्र हैं, जो टेक्नोलॉजी, साहस और समझदारी से मुश्किलों को हल करते हैं।
Lotpot E-Comics- आज स्कूल में मैथ का टेस्ट था और नटखट टीटा के मन में डर समा गया था। उसे याद आया कि मैथ की मैडम बहुत सख्त हैं और ज़रा सी गलती पर मुर्गा बना देती हैं। बस, टीटा ने झट से दिमाग दौड़ाया और बहाने बनाने की तैयारी शुरू कर दी।
अगर यह सवाल आपके मन में भी आता है, तो इस बार नटखट नीटू आपके इन्हीं सवालों का जवाब देने के लिए आ गया है, अपने देसी और मज़ेदार अंदाज़ में! लेकिन ठहरो... ये कोई आम 15 अगस्त की comics नहीं है
इस कॉमिक स्ट्रिप में, हम एक गांव की कहानी देखते हैं जहां एक शैतान लड़का बार-बार झूठ बोलकर गांव वालों को डराता है कि "भेड़िया आया।" गांव वाले हर बार उसे बचाने दौड़ते हैं, लेकिन वह हर बार उनका मजाक उड़ाता है।
शहर में अचानक उड़ने वाले सांप 'नागदश' ने तहलका मचा दिया। लोगों के बीच दहशत का माहौल था क्योंकि नागदष की जहरभरी फुंकार सांस के जरिए किसी को भी मौत के घाट उतार सकती थी।