Comics मोटू पतलू और आम का मौसम गर्मी का मौसम आ चुका था, बाज़ार तरह तरह के आमों से भरे हुए थे। मोटू भी कई दिनों से आमों का इंतज़ार कर रहा था। एक दिन शाम को मोटू बाज़ार से आम खरीद कर ले आया। By Lotpot 24 Jul 2024
Comics मोटू पतलू और मुफ्त के खरबूजे गर्मी का दिन था शाम हो चुकी थी मोटू और पतलू डॉ. झटका के घर के गार्डन में बैठे बातें कर रहे थे। तभी घसीटा खरबूजे लेकर वहां आता है और बोलता है कि लो दोस्तो, मैं गर्मियों की सौगात ले आया हूं। By Lotpot 20 Jul 2024
Comics मोटू पतलू और नेक काम फुरफुरी नगर में एक दिन एक चोर सा दिखने वाला आदमी किसी काम को अंजाम देने के लिए योजना बना रहा था और मन ही मन में सोच रहा था कि आज जो योजना बनाई है वो सफल हो गई तो समझो बन गया काम। By Lotpot 17 Jul 2024
Comics मोटू पतलू और लालच एक दिन की बात है एक अनजान आदमी फुरफुरी नगर में डॉ. झटका का पता पूछ रहा था। वह सुबह से ही परेशान था, वह इतना ज्यादा परेशान था कि उसने तीसरी बार मोटू और पतलू से रास्ता पूछ लिया। By Lotpot 13 Jul 2024
Comics मोटू पतलू और समोसा वीर एक दिन सुबह सुबह पतलू, डॉ. झटका और घसीटा सैर पर गए हुए थे। जब वे सभी घर के पास पहुंचे तो मोटू की आवाज़ बाहर तक आ रही थी। वे तीनों भाग कर अंदर पहुँचे तो देखा कि मोटू नाच रहा था। By Lotpot 09 Jul 2024
Comics मोटू पतलू ई-कॉमिक्स: छः हाथ वाला पतलू बाबा एक दिन पतलू डॉ. झटका के पहुँचता है और उसको बताता है कि झटके मेरे हांथों में ताकत नहीं रह गयी है, मैं कोई भी भारी सामान उठा नहीं पा रहा हूँ। पतलू की बात सुनकर डॉ. झटका पतलू को समझाता है। By Lotpot 29 Jun 2024
Comics मोटू पतलू ई-कॉमिक्स: ईधन बचाओ देश बचाओ गर्मी की छुट्टियां चल रहीं थीं, सभी बच्चे अपने अपने नानी या दादी के घर पर छुट्टियां मनाने गए हुए थे। ऐसे ही मोटू और पतलू के पड़ोसी के यहाँ भी उनके नाती पोते आए हुए थे। By Lotpot 21 Jun 2024
Comics मोटू पतलू ई-कॉमिक्स: मोटू पतलू और गर्मी का मौसम मई का महीना ख़त्म होने वाला था और गर्मी अपने चरम पर थी, मोटू और पतलू पसीने में लथपथ अपने घर में बैठ कर हाय गर्मी, हाय गर्मी की रट लगा रहे थे। By Lotpot 03 Jun 2024
Comics मोटू पतलू ई-कॉमिक्स: मोटू पतलू और बोलने वाला गधा एक दिन की बात है मोटू और पतलू घर में बैठे हुए पैसे कमाने के बारे में सोच रहे थे। तभी उनको एक आवाज़ सुनाई देती है मोटू पतलू कहां हो तुम, मैं स्वर्ग लोक से तुमसे मिलने आया हूं। By Lotpot 16 May 2024