भारत के स्वतंत्रता दिवस: 15 अगस्त का दिन भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है, जब देश ने स्वतंत्रता प्राप्त की और एक नए युग की शुरुआत की। इस दिन से जुड़ी कई ऐतिहासिक घटनाएँ भारत के राजनीतिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। भारत के स्वतंत्रता दिवस 1947: भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की, जिससे देश ने एक स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र के रूप में अपने सफर की शुरुआत की। 1947: जवाहरलाल नेहरू ने दिल्ली में लाल किले से तिरंगा फहराकर स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री के रूप में देश को संबोधित किया। 1948: कश्मीर संघर्ष के दौरान, भारत ने संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप की अपील की, जो अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की उपस्थिति को मजबूत करने का एक प्रमुख कदम था। 1950: भारत ने गणराज्य बनने के बाद अपना पहला स्वतंत्रता दिवस मनाया, जिसमें संविधान के लागू होने के महत्व को रेखांकित किया गया। 1962: भारत-चीन युद्ध के दौरान, राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए स्वतंत्रता दिवस पर जोरदार अपील की गई। 1972: भारत और बांग्लादेश ने मित्रता और शांति संधि पर हस्ताक्षर किए, जो दोनों देशों के संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। 1975: भारत ने अंतरिक्ष में पहला उपग्रह 'आर्यभट्ट' भेजा, जो देश की वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति का प्रतीक बना। 1982: एशियाई खेलों के शुभंकर 'अप्पू' को राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में अपनाया गया, जिसने भारत की सांस्कृतिक धरोहर को एक नई पहचान दी। 1984: इंदिरा गांधी ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद देश को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर जोर दिया। 1997: भारत ने स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ बड़े धूमधाम से मनाई, जो देश की स्वतंत्रता की आधी सदी के सफर का जश्न था। 2004: मणिपुर में 15 अगस्त को विद्रोही हिंसा के खिलाफ सेना का व्यापक अभियान, जो देश की आंतरिक सुरक्षा की मजबूती को दर्शाता है। 2012: सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हज़ारे का भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन चरम पर था, जिसने भारतीय राजनीति में पारदर्शिता की नई लहर को जन्म दिया। 2014: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की घोषणा की, जो देश में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। 2019: जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने का फैसला लागू किया गया, जिसने क्षेत्रीय समरसता को बढ़ावा दिया। 2022: भारत ने स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 'आजादी का अमृत महोत्सव' मनाया, जिसमें देश की उपलब्धियों और चुनौतियों का स्मरण किया गया। इन घटनाओं ने भारत के स्वतंत्रता दिवस को न केवल एक राष्ट्रीय पर्व बनाया बल्कि देश की राजनीतिक और सामाजिक दिशा को भी नया आयाम दिया। यह भी जानें:- चंद्रमा: पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह ऊँची कूद की तकनीक कब और कहाँ से आई उल्कापिंड क्या होते हैं? Fun Facts: हमारा सोलर सिस्टम