भारत: हीरे का खनन करने वाला पहला देश आज हम आपको भारत की एक ऐसी खासियत के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी वजह से शायद भारत को प्राचीन काल में सोने की चिड़िया कहा जाने लगा था। आज की तारिख में हम सभी जानते हैं कि हीरा कितना बहुमूल्य है। By Lotpot 10 Jul 2024 in Interesting Facts New Update हीरे का खनन करने वाला पहला देश Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 भारत: हीरे का खनन करने वाला पहला देश:- भारत की भौगोलिक संरचना (Geographic structure) अगर देखें तो यह प्रकृति के वरदान सी नज़र आती है। उत्तर में पहाड़ों की श्रृंखलाएं, पश्चिम में मरुस्थल साथ ही जंगलों का पर्याप्त मात्रा में होना और सभी तरह के मौसमों का होना किसी वरदान से कम नहीं है। इसी प्राकृतिक संरचना की वजह से हमारे भारत में प्राकृतिक खनिजों और अलग-अलग प्राकृतिक संपदाओं की बहुतायत है जैसे माइका, एल्युमीनियम, हीरा आदि। आज इस लेख में हम आपको हीरे की खोज और खनन के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं भारत के सबसे गौरवपूर्ण तथ्यों में से एक के बारे में:- हीरे की खोज कब और कहाँ हुई? आज हम आपको भारत की एक ऐसी खासियत के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी वजह से शायद भारत को प्राचीन काल में सोने की चिड़िया कहा जाने लगा था। आज की तारिख में हम सभी जानते हैं कि हीरा कितना बहुमूल्य है। मगर क्या आप जानते हैं कि भारत चौथी शताब्दी ईसा पूर्व से 1000 से अधिक वर्षों तक दुनिया में हीरे का एकमात्र स्रोत रहा है। हीरे कृष्णा नगर डेल्टा के जलोढ़ जमा (alluvial deposits) से निकाले गए थे। विशेष रूप से उस क्षेत्र में जिसे अब आंध्र प्रदेश राज्य के रूप में जाना जाता है। इस खोज की सही तारीख ज्ञात नहीं है, लेकिन माना जाता है कि यह हजारों साल पहले हुई थी। हीरे की खोज और खनन सबसे पहले भारत में हुआ था। संस्कृत में इसे ‘वज्र’ और ‘इंद्रयुद्ध’- देवता इंद्र का हथियार कहा जाता था। हीरे का प्रारंभिक वर्णन चौथी शताब्दी ईसा पूर्व का है, जब हीरे पहले से ही एक मूल्यवान सामग्री थे। हीरे का सबसे पहला ज्ञात उल्लेख 320-296 ईसा पूर्व के एक उत्तरी भारतीय राजवंश के मंत्री द्वारा संस्कृत पांडुलिपि में पाया गया था। प्राचीन समय में हीरे का महत्व:- हीरे को उनकी ताकत और चमक के कारण और प्रकाश को अपवर्तित (Refract) करने और धातु को उकेरने (engraving metal) की उनकी क्षमता के कारण महत्व दिया जाता था। हीरे को आभूषण के रूप में पहना जाता था, काटने के औजार के रूप में इस्तेमाल किया जाता था, बुराई को दूर भगाने के लिए ताबीज के रूप में काम में लाया जाता था और माना जाता था कि यह युद्ध में सुरक्षा प्रदान करता है। 18वीं शताब्दी तक, भारत को हीरे का एकमात्र स्रोत माना जाता था। जब भारतीय हीरे की खदानें खाली हो गईं, तब दूसरे स्रोतों की तलाश शुरू हुई। हालाँकि 1725 में ब्राज़ील में एक छोटा सा भंडार पाया गया था, लेकिन यह आपूर्ति दुनिया की माँगों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं थी। वर्तमान में हीरे के अग्रणी उत्पादक देश:- आज, हीरे का खनन लगभग 25 देशों में किया जाता है। भारत सालाना लगभग 100 मिलियन कैरेट हीरे उत्पादित करता है। अब अग्रणी उत्पादक देश निम्नलिखित हैं:- रूस बोत्सवाना कनाडा कांगो रिपब्लिक दक्षिण अफ्रीका अधिक पढ़े जानें वाले आर्टिकल:- ओलंपिक खेलों का इतिहास Fun Facts: गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की शुरुआत कैसे हुई Fun Facts: जब गौरैया से हारा चीन Jungle World: कुशल गोताखोर होते हैं रेज़रबिल #हीरे का इतिहास #वर्तमान में हीरे के अग्रणी उत्पादक देश #प्राचीन समय में हीरे का महत्व #हीरे की खोज कब और कहाँ हुई? #Interesting Facts You May Also like Read the Next Article