क्रिसमस क्यों मनाते हैं? जानिए क्रिसमस, दुनिया भर में सबसे प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है, जिसे हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन ईसा मसीह (जीसस क्राइस्ट) के जन्म का प्रतीक है। By Lotpot 27 Nov 2024 in Interesting Facts New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 क्रिसमस का अर्थ और महत्व क्रिसमस, दुनिया भर में सबसे प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है, जिसे हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन ईसा मसीह (जीसस क्राइस्ट) के जन्म का प्रतीक है। ईसाई धर्म में इसे एक आध्यात्मिक और धार्मिक दिन के रूप में मनाया जाता है, लेकिन इसकी खुशियां और उत्साह हर धर्म और देश में देखने को मिलते हैं। क्रिसमस से जुड़े रोचक तथ्य ईसा मसीह का जन्मदिनबाइबिल में कहीं भी ईसा मसीह के जन्म की सही तारीख का उल्लेख नहीं है, लेकिन 4वीं शताब्दी में 25 दिसंबर को उनके जन्मदिन के रूप में चिह्नित किया गया। माना जाता है कि यह तारीख रोमन त्यौहार 'सैटर्नालिया' से प्रेरित है, जिसे प्रकाश और खुशी का प्रतीक माना जाता था। सांता क्लॉज़ की कहानीक्रिसमस का जिक्र हो और सांता क्लॉज़ की बात न हो, ऐसा कैसे हो सकता है! सांता क्लॉज़ का मूल नाम "सेंट निकोलस" था, जो 4वीं शताब्दी के तुर्की में रहते थे। वह बच्चों को तोहफे देने के लिए प्रसिद्ध थे और समय के साथ यह परंपरा सांता क्लॉज़ के रूप में बदल गई। क्रिसमस ट्री की परंपराक्रिसमस ट्री सजाने की परंपरा जर्मनी से शुरू हुई। 16वीं शताब्दी में, लोग पेड़ों को मोमबत्तियों और सजावट से सजाते थे। आज यह परंपरा हर देश में अलग-अलग तरीके से मनाई जाती है। 'जिंगल बेल्स' की शुरुआतदुनिया भर में लोकप्रिय गीत 'जिंगल बेल्स' वास्तव में क्रिसमस के लिए नहीं लिखा गया था। यह 1857 में थैंक्सगिविंग के लिए बनाया गया था, लेकिन बाद में यह क्रिसमस का मुख्य गीत बन गया। रंगों का महत्वक्रिसमस के प्रमुख रंग - लाल, हरा और सोना - का गहरा महत्व है। लाल ईसा मसीह के बलिदान का प्रतीक है, हरा जीवन और पुनर्जन्म को दर्शाता है, जबकि सोना प्रकाश और समृद्धि का प्रतीक है। सबसे बड़ा क्रिसमस गिफ्टस्टैच्यू ऑफ लिबर्टी, जिसे अमेरिका को फ्रांस ने 1886 में गिफ्ट किया था, दुनिया का सबसे बड़ा क्रिसमस गिफ्ट माना जाता है। दुनिया का पहला कृत्रिम क्रिसमस ट्रीपहला कृत्रिम क्रिसमस ट्री 19वीं सदी में जर्मनी में बनाया गया था। इसे हंस के पंखों से बनाया गया था और यह पर्यावरण की रक्षा के लिए एक प्रयास था। क्रिसमस की रोशनीक्रिसमस की सजावट में रोशनी का इस्तेमाल 18वीं सदी में शुरू हुआ। शुरुआती दिनों में मोमबत्तियों का उपयोग किया जाता था, लेकिन आज यह आधुनिक लाइट्स का रूप ले चुका है। क्रिसमस कार्ड की परंपरा1843 में, इंग्लैंड में पहला क्रिसमस कार्ड भेजा गया था। यह परंपरा अब डिजिटल युग में भी कायम है, जहां लोग ई-कार्ड्स के जरिए बधाइयां भेजते हैं। दुनिया का सबसे महंगा क्रिसमस ट्री2019 में स्पेन के एक होटल में 15 मिलियन डॉलर का क्रिसमस ट्री लगाया गया था, जिसे हीरे, सोने और गहनों से सजाया गया था। यह भी जानें:- चंद्रमा: पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह ऊँची कूद की तकनीक कब और कहाँ से आई उल्कापिंड क्या होते हैं? Fun Facts: हमारा सोलर सिस्टम #Lotpot Rochak Baatein #Rochak Jankaari #rochak tathya #Rochak Baatein #Rochak Jaankari You May Also like Read the Next Article