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चीकू खरगोश की कहानी एक ऐसी Jungle हिंदी कहानी है, जो हमें सिखाती है कि बुद्धिमानी और साहस से किसी भी मुश्किल को हल किया जा सकता है। चीकू ने अपने छोटे कद को कभी कमजोरी नहीं माना। उसने अपनी चतुराई और आत्मविश्वास से न सिर्फ अजगर जैसे खतरनाक दुश्मन को हराया, बल्कि पूरे जंगल को पानी की कमी से बचाया। यह बच्चों के लिए Jungle कहानी हमें सिखाती है कि मुश्किल वक्त में हिम्मत और समझदारी से बड़े-बड़े काम किए जा सकते हैं।
परिचय
कई साल पहले एक हरे-भरे जंगल में ढेर सारे जानवर रहते थे। शेर, भालू, हिरन, मोर, और न जाने कितने रंग-बिरंगे जीव वहाँ मस्ती से रहते थे। लेकिन इन सबके बीच एक छोटा-सा खरगोश था, जिसका नाम था चीकू। चीकू का कद भले ही छोटा था, पर उसका दिमाग इतना तेज था कि जंगल का हर जानवर उसकी तारीफ करता था। उसकी चालाकी और हाजिरजवाबी की कहानियाँ जंगल में मशहूर थीं। यह बच्चों की Jungle कहानी चीकू की साहस और बुद्धिमानी की एक ऐसी दास्तान है, जो हर किसी को कुछ न कुछ सिखाती है।
जंगल में संकट
एक साल गर्मी इतनी पड़ी कि जंगल की नदियाँ और तालाब सूखने लगे। पानी की एक-एक बूँद के लिए जानवर तरसने लगे। हिरन बोला, “अब तो प्यास से हालत खराब हो रही है।”
बंदर ने चिंता जताते हुए कहा, “अगर बारिश नहीं हुई, तो हम सब मुसीबत में पड़ जाएँगे।”
मोर ने अपनी खूबसूरत पंख फैलाते हुए कहा, “काश! मेरे नाच से बादल बरस पड़ें।”
सभी जानवर परेशान थे। शेर राजा ने जंगल की सभा बुलाई और गंभीर स्वर में बोला, “हमें कोई रास्ता निकालना होगा। अगर पानी नहीं मिला, तो हमारा जंगल खतरे में पड़ जाएगा।”
हाथी ने सुझाव दिया, “क्यों न हम जमीन खोदें? शायद नीचे पानी मिल जाए।”
भालू ने कहा, “हमें किसी दूर के तालाब तक जाना होगा।”
लेकिन ये सारे सुझाव सुनने में आसान थे, करने में मुश्किल। तभी छोटा-सा चीकू खरगोश खड़ा हुआ। उसकी आँखों में चमक थी और चेहरे पर आत्मविश्वास।
“महाराज, मेरे पास एक तरकीब है,” चीकू ने मुस्कुराते हुए कहा।
सभी जानवर चौंक गए। बंदर ने मजाक में कहा, “अरे चीकू, तू इतना छोटा-सा है, तू क्या कर लेगा?”
चीकू ने हँसकर जवाब दिया, “बंदर भैया, दिमाग की ताकत कद से नहीं नापी जाती। मेरी बात सुनो, फिर फैसला करना।”
चीकू की चतुर योजना
चीकू ने सभा में अपनी योजना बताई। “जंगल के पश्चिमी छोर पर एक पुराना कुआँ है। मैंने सुना है कि उसमें अभी भी पानी है। लेकिन रास्ते में एक मुसीबत है—वहाँ एक विशाल अजगर रहता है, जो किसी को कुएँ के पास नहीं जाने देता।”
“अजगर?” हिरन ने डरते हुए कहा। “वो तो हमें निगल जाएगा!”
“हाँ, चीकू, ये तो बहुत खतरनाक है,” मोर ने भी चिंता जताई।
लेकिन चीकू ने हिम्मत नहीं हारी। उसने शेर से कहा, “महाराज, अगर आप मुझे मौका दें और कुछ जानवर मेरी मदद करें, तो मैं उस अजगर से निपट लूँगा।”
शेर ने चीकू की हिम्मत देखकर कहा, “ठीक है, चीकू। तुझे पूरा मौका है। लेकिन सावधान रहना।”
“आप चिंता न करें, महाराज। मैं सब संभाल लूँगा,” चीकू ने विश्वास भरे लहजे में जवाब दिया।
अजगर से मुकाबला
अगली सुबह चीकू ने अपनी योजना पर काम शुरू किया। उसने जंगल से कुछ खास चीजें इकट्ठी कीं—एक मटका, थोड़ा-सा शहद, नीम की पत्तियाँ, और तीखी मिर्च। उसने इन सबको मिलाकर एक अजीब-सा पेय तैयार किया। बंदर, जो चीकू का अच्छा दोस्त था, ने पूछा, “ये क्या जादू की दवा बना रहा है, चीकू?”
चीकू ने हँसते हुए कहा, “बंदर भैया, ये जादू नहीं, मेरी चालाकी का कमाल है। बस देखते जाओ।”
चीकू उस मटके को लेकर कुएँ की ओर चल पड़ा। जैसे ही वह कुएँ के पास पहुँचा, अजगर ने अपनी विशाल देह के साथ रास्ता रोक लिया। उसकी आँखें लाल थीं और फुफकार इतनी तेज थी कि पेड़ों की पत्तियाँ हिलने लगीं।
“कौन है तू? और यहाँ क्यों आया?” अजगर ने गर्जना की।
चीकू ने डरने की बजाय अपनी सबसे मासूम मुस्कान दी और बोला, “हे महान अजगर! मैं छोटा-सा खरगोश चीकू हूँ। जंगल के राजा शेर ने आपके लिए ये खास पेय भेजा है। इसे पीकर आपकी ताकत और बढ़ जाएगी।”
अजगर को चीकू की बातों पर भरोसा हो गया। उसने मटके को सूंघा और लालच में आकर सारा पेय गटक लिया। कुछ ही पलों में उसकी आँखें भारी होने लगीं। नीम और मिर्च का मिश्रण उसकी चेतना को धुंधला कर गया। वह जोर से डकारा और जमीन पर लुढ़क गया।
“हाय! ये क्या हो गया?” अजगर बड़बड़ाया और गहरी नींद में सो गया।
चीकू ने मौका नहीं गंवाया। उसने जल्दी से कुएँ से पानी निकाला और जंगल की ओर दौड़ पड़ा।
जंगल में खुशहाली
जब चीकू पानी लेकर जंगल लौटा, तो सभी जानवर खुशी से उछल पड़े। “चीकू, तूने तो कमाल कर दिया!” बंदर ने उसे गले लगाते हुए कहा।
हाथी ने अपनी सूँड उठाकर कहा, “छोटे चीकू, तूने हमें बचा लिया।”
चीकू हर दिन कुएँ से पानी लाने लगा। धीरे-धीरे जंगल के और जानवर उसकी मदद करने लगे। उन्होंने अजगर से डरना छोड़ दिया, क्योंकि अब वे जानते थे कि चीकू की चालाकी से अजगर को हराया जा सकता है।
कुछ दिनों बाद आसमान में बादल गरजे और जोरदार बारिश हुई। जंगल फिर से हरा-भरा हो गया। नदियाँ और तालाब फिर से लबालब भर गए।
शेर राजा ने एक बड़ी सभा बुलाई और चीकू को सम्मानित किया। “आज से चीकू को जंगल का ‘चतुर सलाहकार’ घोषित किया जाता है,” शेर ने गर्व से कहा।
सभी जानवरों ने तालियाँ बजाकर चीकू की हौसला-अफजाई की।
कहानी से सीख
“छोटा कद या कम ताकत कमजोरी नहीं है। अगर तुममें बुद्धि, साहस, और दूसरों की मदद करने का जज्बा है, तो तुम असंभव को भी संभव कर सकते हो।”
Moral in English: “Wisdom and courage can overcome any obstacle, no matter how small you are.”
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