लालच का अंत- एक घने जंगल में मोती नाम का एक बंदर रहता था। मोती बहुत चालाक और फुर्तीला था, लेकिन उसमें एक खामी थी—लालच। उसके लालच की वजह से जंगल के बाकी जानवर उससे दूर रहते थे। जंगल का आम का पेड़ जंगल के बीचों-बीच एक बड़ा आम का पेड़ था। पेड़ पर मीठे और रसीले आम लटक रहे थे, लेकिन वे इतने ऊंचे थे कि किसी जानवर को नहीं मिलते थे। जंगल के सभी जानवर आपस में तय करते कि कोई कोशिश करेगा, तो बाकी उसकी मदद करेंगे। एक दिन मोती ने खुद को सबसे होशियार साबित करने का फैसला किया। उसने चिल्लाकर कहा, "मुझे किसी की मदद की जरूरत नहीं। मैं अकेले ही आम तोड़ सकता हूं!" मोती का लालच मोती ने पेड़ पर चढ़ना शुरू किया। जैसे ही वह ऊंचाई पर पहुंचा, उसने सबसे बड़ा और पका हुआ आम देखा। उसने उसे तोड़ने की कोशिश की, लेकिन आम बहुत मजबूती से शाखा पर टंगा था। मोती ने ज़ोर लगाया, तो शाखा टूट गई, और मोती धड़ाम से नीचे गिर पड़ा। नीचे गिरे आमों को देखकर बाकी जानवर खुश हो गए। खरगोश, हिरण, और चिड़िया मिलकर आमों को बांटने लगे। लेकिन मोती को यह बिल्कुल पसंद नहीं आया। उसने कहा, "ये मेरे आम हैं। मैं उन्हें खुद लेकर आया हूं!" बंदर की चाल जानवरों ने कहा, "हम भी तुम्हारी मदद कर सकते थे, लेकिन तुमने अकेले सब करने का फैसला किया। अब हम इन्हें मिल-बांट कर खाएंगे।" मोती ने चिढ़कर कहा, "अच्छा! मैं और आम तोड़कर लाऊंगा, लेकिन तुम लोगों को एक भी नहीं दूंगा।" फिर उसने दोबारा पेड़ पर चढ़ने की कोशिश की। इस बार वह और ऊंचाई पर गया, लेकिन जैसे ही उसने शाखा को पकड़ा, वह टूट गई। मोती की पूंछ पर चोट लग गई, और वह दर्द से कराहने लगा। जानवरों की सीख नीचे खड़े जानवरों ने कहा, "मोती, लालच मत करो। अगर तुम हमारे साथ मिलकर काम करते, तो आम भी मिल जाते और तुम्हें चोट भी नहीं लगती।" मोती को अपनी गलती समझ में आ गई। उसने धीरे से कहा, "अब मैं समझ गया कि मिलकर काम करना सबसे अच्छा होता है।" सीख इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि लालच का परिणाम हमेशा बुरा होता है। अगर हम दूसरों के साथ मिल-जुलकर काम करें, तो हर मुश्किल आसान हो जाती है। और पढ़ें : Jungle Kahani : हंस और उल्लू जंगल कहानी : स्मार्ट कबूतर की चतुराई जंगल कहानी : भूलक्कड़ हाथी Jungle Story : चुहिया की होशियारी