Prannoy Roy: भारतीय पत्रकारिता के पथप्रदर्शक प्रणय रॉय का जन्म 15 अक्टूबर 1949 को कोलकाता, पश्चिम बंगाल में हुआ। उनके पिता, पी.एल. "हुरिकेन" रॉय, एक प्रमुख कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी थे, और उनके दादा, परेश लाल रॉय, जिन्हें "भारतीय बॉक्सिंग के पिता" के रूप में जाना जाता है By Lotpot 15 Oct 2024 in Lotpot Personality New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 जन्म: Prannoy Roy- 15 अक्टूबर 1949 (उम्र 74), कलकत्ता, पश्चिम बंगाल, भारतशिक्षा: दून स्कूल यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन (B.Sc) इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स इन इंग्लैंड एंड वेल्स (CA) दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (PhD) प्रसिद्धि के लिए जाने जाते हैं: NDTV के सह-संस्थापकजीवनसाथी: राधिका रॉयपरिवार: दादा: परेश लाल रॉय चचेरी बहन: अरुंधति रॉय पुरस्कार: एशियन टेलीविज़न अवार्ड, रेड इंक अवार्ड्स जन्म और शिक्षाप्रणय रॉय (Prannoy Roy) का जन्म 15 अक्टूबर 1949 को कोलकाता, पश्चिम बंगाल में हुआ। उनके पिता, पी.एल. "हुरिकेन" रॉय, एक प्रमुख कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी थे, और उनके दादा, परेश लाल रॉय, जिन्हें "भारतीय बॉक्सिंग के पिता" के रूप में जाना जाता है, बॉक्सिंग को भारत में लोकप्रिय बनाने में प्रमुख थे। प्रणय रॉय ने लंदन के क्वीन मैरी कॉलेज से अर्थशास्त्र में प्रथम श्रेणी में स्नातक किया और इसके बाद चार्टर्ड अकाउंटेंसी पूरी की। पत्रकारिता करियरप्रणय रॉय ने 1988 में अपनी पत्नी राधिका रॉय के साथ न्यू दिल्ली टेलीविज़न (NDTV) की स्थापना की, जो भारत की पहली स्वतंत्र 24×7 समाचार प्रसारण कंपनी बन गई। इस चैनल ने समाचार कवरेज और चुनाव विश्लेषण में एक नए युग की शुरुआत की, खासकर 1989 के भारतीय आम चुनाव में अपने सटीक विश्लेषण के लिए । NDTV ने स्वतंत्र पत्रकारिता में अपनी पहचान बनाई और रॉय की टीवी कार्यक्रम "वर्ल्ड दिस वीक" को दर्शकों ने खूब सराहा। प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय का करियर संघर्षप्रणय रॉय का NDTV के सफर में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। 2017 में उनके घर पर सीबीआई द्वारा छापेमारी के बाद पत्रकारिता स्वतंत्रता पर गंभीर सवाल उठे। उन्होंने अपने चैनल पर सरकार की नीतियों पर खुले रूप से आलोचना की, जो प्रेस स्वतंत्रता के समर्थन में था। अन्य उपलब्धियाँ और रुचियाँप्रणय रॉय ने डोराब सोपरिवाला के साथ मिलकर The Verdict: Decoding India's Elections नामक पुस्तक लिखी, जो भारत के चुनावी रुझानों पर आधारित है। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें 2015 में रेड इंक लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, उन्हें गोल्फ खेलना पसंद है और वे इसे अपने खाली समय में करते हैं। NDTV का परिवर्तन2022 में, रॉय और उनकी पत्नी ने NDTV में अपनी हिस्सेदारी का एक बड़ा हिस्सा अदानी समूह को बेच दिया, जिससे NDTV के स्वामित्व में महत्वपूर्ण बदलाव आया। इसके बाद, NDTV के भविष्य को लेकर मीडिया जगत में व्यापक चर्चा हुई। FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न) प्रणय रॉय का जन्म कब और कहाँ हुआ?उनका जन्म 15 अक्टूबर 1949 को कोलकाता, पश्चिम बंगाल में हुआ था। प्रणय रॉय NDTV के संस्थापक कैसे बने?उन्होंने 1988 में अपनी पत्नी के साथ NDTV की स्थापना की, जो भारत का पहला स्वतंत्र 24×7 समाचार चैनल बना। प्रणय रॉय के प्रमुख योगदान क्या हैं?चुनाव विश्लेषण में पायनियर, The Verdict: Decoding India’s Elections पुस्तक के सह-लेखक और भारतीय समाचार चैनल NDTV के संस्थापक के रूप में उनके योगदान को पहचाना जाता है। प्रणय रॉय का शौक क्या है?उन्हें गोल्फ खेलना पसंद है और वे इसे अपने खाली समय में खेलते हैं। प्रणय रॉय का जीवन और करियर भारतीय मीडिया में एक प्रेरणास्रोत है, जो पत्रकारिता स्वतंत्रता, सटीक विश्लेषण, और देश के मुद्दों को उजागर करने में उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इन्हें भी जाने :- Lata Mangeshkar: भारत की सुर सम्राज्ञी की कहानीYash Chopra: बॉलीवुड के महान फिल्म निर्माता की रोचक जीवन यात्राDev Anand: बॉलीवुड के चमकते सितारेMorari Bapu: बच्चों के लिए धर्म और प्रेम के महान गुरु #Prannoy Roy News You May Also like Read the Next Article