ये हैं जीनियस होने की निशानियाँ

कई बार ऐसा होता है कि लोगों को जो चीज सामान्य लगती है, उसमें कई लोग कुछ खास देख लेते हैं। ये किसी सामान्य-सी चीज को भी बहुत ही अलग तरीके से देखनेे की कोशिश करते हैं।

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These are the signs of being a genius

क्रिएटिव या रचनात्मक सोच

कई बार ऐसा होता है कि लोगों को जो चीज सामान्य लगती है, उसमें कई लोग कुछ खास देख लेते हैं। ये किसी सामान्य-सी चीज को भी बहुत ही अलग तरीके से देखनेे की कोशिश करते हैं। जो पहले तो दूसरों को बेवकूफी लगती है लेकिन अंत में उस क्रिएटिविटी की सभी तारीफ करते हैं।

अगर आपको भी चीजों को हमेशा अलग तरीके से देखने की आदत है तो समझिए आप में भी एक जीनियस फैक्टर हैं। चीजों को क्रिएटिव नजरिए से देखने की आपकी आदत विकसित और एक्स्ट्रा आॅर्डिनरी बुद्धि की ओर इशारा करता है।

आलसीपन

आप शायद यह जानकर चैंकेंगे लेकिन जीनियस बुद्धि के लोग आलसी प्रवृति के होते हैं। जी हाँ, यह बिल्कुल सही है और विज्ञान भी इस बात को मानता है। इसके पीछे की वजह भी है दरअसल सामान्य लोगों का मस्तिष्क जहाँ भोजन से मिली ऊर्जा का 20 प्रतिशत इस्तेमाल करता है, जीनियस का दिमाग इससे कहीं ज्यादा ऊर्जा खर्च करता है। ऐसा इसलिए क्यों वह ज्यादा सोचता है और किसी भी काम को करने में ज्यादा दिमाग लगाता है इसलिए ऐसे लोग बहुत थक जाते हैं और अपनी पसंद के अलावा अन्य कामों को करने में आलसपन दिखाते हैं।

असामाजिक

ऐसे लोग बहुत कम ही सोशल होना पसंद करते हैं जब इनके दोस्त या परिवार वाले मस्ती के नाम पर साथ वक्त बिता रहे होंगे, ये किसी कोने में अकेले बैठे अलग ही काम में बिजी दिखेंगे।

जीनियस किन्हें कहते हैं

जानकारी

ये हमेशा किसी नई चीज के बारे में बताते हुए मिलेंगे। यह इनके जीनियस दिमाग की निशानी होती है जो हमेशा कुछ नया ढंूढता रहता है। इन्हें नई-नई जानकारियाँ इकट्ठा करना पसंद होता है और इसमें ये लगातार लगे रहते हैं।

देर तक जागना

जीनियस का दिमाग न सिर्फ हमेशा सोचता रहता है बल्कि ऐसे लोग सबसे ज्यादा समय तक बौद्धिकात कात करते हैं। यही कारण है कि ये रात में भी देर तक जागते रहते हैं।

इस वक्त की शांति इन्हें बहुत पसंद होती है और ये बिना किसी परेशानी के अपने कामों को निपटाने की कोशिश करते हैं महान वैज्ञानिक निकोला टैस्ला केवल 2 घंटे ही सोते थे।

खुद से बातें करना

इसे अक्सर तनाव की निशनी माना गया है लेकिन विज्ञान इसे तेज दिमाग की निशानी मानता है। अक्सर ऐसे लोग आपको खुद से बातें करते या बड़बड़ाते दिखेंगे। ज्यादातर ये किसी काम के लिए गहराई से सोचने के दौरान ऐसा करते हैं।

जीनियस ऐसे विद्वान व्यक्ति को कहते हैं जो बेहद बुद्धिमान तथा अत्याधिक रचनात्मक हो।

अनेक लोग स्मार्ट तथा बुद्धिमान हैं परंतु वास्तव में वे जीनियस नहीं हैं क्योंकि उनमें जरूरी रचनात्मकता का अभाव होता है। दूसरी ओर कितने ही लोग रचनात्मक हो सकते हैं परंतु उनमें अपनी रचनात्मकता का पूर्ण उपयोग करने लायक बुद्धि नहीं होती है।

जीनियस लोगों के कुछ प्रसिद्ध उदाहरण हैं मोजार्ट, आइजक न्यूटन तथा अल्बर्ट आइंस्टीन। जीनियस की बात होती है तो आइंस्टीन के नाम का उल्लेख अक्सर विशेष रूप से होता है।

These are the signs of being a genius

आमतौर पर माना जाता है कि जीनियस के पास किसी भी स्थिति से निपटने का एक नायाब अथवा अनूठा तरीका होता है। वे विचारों को नए रूप में पेश कर सकते हैं और इस तरह की चीजें बनाने की उनमें क्षमता होती है जो लोगों के सोचने के ढंग को ही बदल सकती हैं। उदारहण के लिए आइंस्टीन ने ऐसा गणितीय सूत्र पेश किया था जिसने भौतिक विज्ञान का स्वरूप ही हमेशा के लिए बदल दिया।

साइकोलाॅजिस्ट्स यानी मनोविज्ञानियों का विचार था कि जीनियस से मतलब अत्याधिक बुद्धिमान व्यक्ति से है जिसके स्तर को आई.क्यू. यानी ‘इंटैलीजैंट क्वोशंट’ में मापा जा सकता है। यह सिद्धांत बहस का मुद्दा रहा है क्यांकि इस तरह का आकलन सभी पर एक समान रूप से लागू नहीं हो सकता है।

हालांकि, अनेक लोगों का मानना है कि आई.क्यू. टैस्ट्स की अपनी सीमा है और जीनियस होने की असली परीक्षा है कि व्यक्ति अपने जीवन में क्या करके दिखाता है।

अक्सर जीनियस लोग अनेक क्षेत्रों में माहिर होते हैं। ऐसे लोगों को ‘पोलीमैथ्स’ भी कहा जाता है। उदाहरण के लिए महान ल्योनार्दो दा विंची एक ‘पोलीमैथ’ थे क्योंकि वह कला तथा विज्ञान दोनों के विद्वान थे। इटलीवासी विंची (1452-1519) महान चित्रकार, मूर्तिकार, वास्तुशिल्पी, संगीतज्ञ, कुशल यांत्रिक, इंजीनियर तथा वैज्ञानिक थे।