Ganpati Utsav 2024: गणेश चतुर्थी फेस्टिवल को देखें मुंबई में ? जानिए मुंबई, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई और भारत के प्रमुख शहरों में गणेशोत्सव के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व, उत्सव की शुरुआत कब हुई, और यात्रा के लिए प्रमुख स्थलों की जानकारी। By Lotpot 04 Sep 2024 in Travel New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 Ganpati Utsav 2024 जानिए मुंबई, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई और भारत के प्रमुख शहरों में गणेशोत्सव के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व, उत्सव की शुरुआत कब हुई, और यात्रा के लिए प्रमुख स्थलों की जानकारी। (Ganpati Utsav 2024: Where and why is Ganesh Chaturthi celebrated?) गणपति उत्सव या गणेश चतुर्थी, भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में पूरे भारत में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह उत्सव मुख्य रूप से महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में मनाया जाता है। मुंबई और पुणे में गणपति उत्सव की खास धूम होती है। इस उत्सव की शुरुआत 1893 में बाल गंगाधर तिलक ने की थी। गणेश चतुर्थी का महत्व और धार्मिक परंपराओं की जानकारी के साथ-साथ यात्रा के प्रमुख स्थलों की जानकारी इस लेख में दी गई है। Ganpati Utsav 2024: कहाँ और क्यों मनाया जाता है? गणपति उत्सव, जिसे गणेश चतुर्थी भी कहा जाता है, भगवान गणेश के जन्म का उत्सव है, जो पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है, जो अगस्त-सितंबर के महीनों में आती है। मुख्य स्थान जहाँ गणपति उत्सव मनाया जाता है: मुंबई, महाराष्ट्र: गणपति उत्सव का सबसे बड़ा और प्रमुख केंद्र मुंबई है। यहाँ के सिद्धिविनायक मंदिर और लालबागचा राजा जैसे गणपति मंडल देशभर में प्रसिद्ध हैं। मुंबई के हर कोने में गणपति की प्रतिमाएं विराजित की जाती हैं। पुणे, महाराष्ट्र: पुणे में दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर की गणपति प्रतिमा और उत्सव की धूम का अलग ही महत्व है। इस उत्सव की परंपरा भी पुणे में वर्षों से चली आ रही है। हैदराबाद, तेलंगाना: यहाँ पर गणेश चतुर्थी का उत्सव बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। यहाँ के खैरताबाद गणेश की प्रतिमा प्रसिद्ध है, जो देश की सबसे बड़ी गणपति प्रतिमाओं में से एक है। चेन्नई, तमिलनाडु: चेन्नई के मंदिरों और घरों में भी गणपति उत्सव मनाने की परंपरा है, जिसमें भक्त गणेश जी की पूजा करते हैं। गोवा: गोवा में भी गणपति उत्सव का खास महत्व है, जहाँ यह पर्व पारंपरिक धूमधाम से मनाया जाता है। गणपति उत्सव का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व: गणपति उत्सव भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है, जिन्हें ज्ञान, समृद्धि और शुभता का प्रतीक माना जाता है। यह उत्सव दस दिनों तक चलता है, जिसमें भक्त गणेश जी की पूजा करते हैं और अंतिम दिन अनंत चतुर्दशी को गणेश विसर्जन करते हैं। Ganpati Utsav की शुरुआत: इस उत्सव की सार्वजनिक रूप से मनाने की परंपरा 1893 में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाल गंगाधर तिलक ने शुरू की थी। इसका उद्देश्य था लोगों को एकत्रित करना और राष्ट्रीय आंदोलन में सहभागिता बढ़ाना। यात्रा के प्रमुख स्थल: मुंबई: सिद्धिविनायक मंदिर, लालबागचा राजा, गिरगांव चौपाटी। पुणे: दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर। हैदराबाद: खैरताबाद गणेश। चेन्नई: कपालेश्वर मंदिर। गोवा: मंगेशी मंदिर। गणपति उत्सव की धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराएँ इसे भारत का एक अनूठा उत्सव बनाती हैं, जहाँ हर साल लाखों लोग इसे मनाने और देखने आते हैं। यहाँ भी जाएँ:- मदुरै: तमिलनाडु का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक हृदय वैशाली: बिहार के हृदय में स्थित एक ऐतिहासिक शहर ट्रैवल: रॉक गार्डन चंडीगढ़ Travel: प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिकता का मिश्रण है वर्कला #Best Travelling Place #Best Travel Place #best indian travel vlogs #Best Travel Idea You May Also like Read the Next Article