/lotpot/media/media_files/pachmarhi-queen-of-satpura-a-unique-natural-heritage-tour.jpg)
पचमढ़ी का परिचय
मध्य प्रदेश की 'सतपुड़ा की रानी' कही जाने वाली पचमढ़ी एक अद्भुत हिल स्टेशन है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की गुफाओं से जुड़ी एक प्राचीन कथा यह है कि इन गुफाओं में कभी पांडव भाइयों ने शरण ली थी। आज ये गुफाएँ ऐतिहासिक धरोहरों के रूप में संरक्षित हैं।
पचमढ़ी तक कैसे पहुँचें
पचमढ़ी तक पहुंचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन पिपरिया है, जो मुंबई-हावड़ा रेलवे लाइन पर स्थित है। पिपरिया से पचमढ़ी तक टैक्सी द्वारा यात्रा की जा सकती है। इसके अलावा, भोपाल, होशंगाबाद, नागपुर, और छिंदवाड़ा से नियमित बस सेवाएँ भी उपलब्ध हैं।
ठहरने की सुविधाएँ
मध्य प्रदेश स्टेट टूरिज्म डवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MPSTDC) पचमढ़ी में कई प्रकार के होटल, रिट्रीट, और बंगले में ठहरने और खाने की सुविधाएं प्रदान करता है। यहाँ का प्राकृतिक वातावरण और सुविधाएं इसे एक आदर्श पर्यटन स्थल बनाते हैं।
दर्शनीय स्थल
पचमढ़ी में घूमने के लिए कई दर्शनीय स्थल हैं:
- पांडव गुफाएँ: यह पांडवों की शरणस्थली मानी जाती हैं और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।
- जटा शंकर गुफा: एक पवित्र गुफा जो प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।
- प्रसिद्ध झरने: यहाँ के प्रमुख झरनों में यमुना प्रपात, त्रिधारा, अप्सरा और रजत प्रपात शामिल हैं।
- महादेव हिल्स: यहाँ एक प्राचीन शिव मंदिर है, जहाँ एक विशाल शिवलिंग स्थापित है।
- बिस लाग अजायब घर: यहाँ मध्य प्रदेश की वनस्पति और वन्य जीवों का संग्रह देखा जा सकता है।
- तवा रिजर्वोयर: एक सुंदर झील जो नौका विहार के लिए उपयुक्त है।