विश्व का सबसे अद्भुत और सुंदर लकड़ी का विशाल मंदिर ‘द सैंक्चुअरी ऑफ़ ट्रुथ’

थाईलैंड के पटाया शहर में, विश्व का सबसे विशाल, सबसे सुंदर, लकड़ी की नक्काशीदार संरचना वाले अकल्‍पनीय, अद्भुत लेकिन अब तक अधूरा मंदिर,’ द सैंक्चुअरी ऑफ़ ट्रुथ’ स्थित है, जिसे एक थाई व्यवसायी और एनशिएंट सिटी तथा इरावन एलीफैंट म्यूजियम के फाउंडर, ‘लेक विरियाफन’ ने वर्ष 1981 में निर्मित करना शुरू किया था।

उन्हे पारंपरिक थाई कला और संस्कृति की गहरी जानकारी थी, वे कुछ ऐसा बनाना चाहते थे जो दुनिया में एक मिसाल प्रस्तुत कर सके। यह मंदिर 13 हेक्टर्स में फैला हुआ है। इस मंदिर की दीवारों से लेकर छत तक की सजावट सब कुछ विभिन्न प्रकार की लकड़ी, जैसे माई ड़ेअंग, माई पंचार्ट, क्सिलिया क्सिलोकरपा, टकाई, सागौन, महोगनी और शीशम से तैयार किया गया है, जो सैंकड़ों वर्षों तक खराब नहीं होते। यह मंदिर कुशल बढ़ई और कारीगरों द्वारा पौराणिक थाई कारीगरी से निर्मित है तथा इसकी ऊंचाई 105 मीटर है। इस मंदिर में भगवान ब्रह्मा जी, विष्णु जी, महेश जी, गणेश जी, बुद्धिस्त गुआइन, तथा अन्य देव देवताओं की मूर्तियां हैं।

सबसे अद्भुत बात यह है कि इसके निर्माण में एक भी कील का उपयोग नहीं किया गया है। यह एक ऐसी जगह है जो सुंदरता के साथ साथ मन को शांति देने के लिए भी मशहूर है। यह देश के सबसे लोकप्रिय पर्यटक आकर्षणों में से एक है। इस मंदिर के असपास ढेर सारे और भी दर्शनीय स्थल है।

यह जगह हरे-भरे जंगलों और समुद्र से घिरा हुआ है। पहली दृष्टि में आपको यह मंदिर एक पारंपरिक थाई मंदिर जैसा लगेगा लेकिन गौर से देखने पर पाएंगे कि यह मंदिर दूसरे मंदिरों से एकदम अलग है जिसमें म्यूज़ियम और वर्कशॉप भी है।
यह अद्भुत कला का नमूना है। यह मंदिर अभी भी निर्माणाधीन है परंतु मंदिर के निर्माता लेक विरियाफंत का निधन 2000 में हो गया। अब यह मंदिर उनके बेटे द्वारा निर्मित की जा रही है। अनुमान है कि इसे पूरी तरह से संपूर्ण होने में तीन से लेकर और 15-20 साल लग सकते है।

★सुलेना मजुमदार अरोरा ★