एप्पल logo का वो प्रसिद्ध बाइट? ये जानकारी आपको पसंद आएगी 'Apple' कम्पनी यकीनन टेक्नोलॉजीस के इतिहास में सबसे पॉपुलर ब्रांड है और उनका वो एप्पल 'LOGO' भी प्रसिद्ध है। विश्व मे हर कोई किसी भी एप्पल प्रोडक्ट को, उसके 'लोगो' से पहचान जाता है, जो एक ताज़ा सेब है और जिसका एक हिस्सा थोड़ा सा कटा हुआ दिखता है, जैसे किसी ने उस सेब को काट खाया हो लेकिन क्या हमने कभी सोचा है कि ऐसा अजीब logo कम्पनी ने क्यों बनाया? By Lotpot 06 Jul 2020 | Updated On 06 Jul 2020 05:03 IST in Stories Interesting Facts New Update 'Apple' कम्पनी यकीनन टेक्नोलॉजीस के इतिहास में सबसे पॉपुलर ब्रांड है और उनका वो एप्पल 'LOGO' भी प्रसिद्ध है। विश्व मे हर कोई किसी भी एप्पल प्रोडक्ट को, उसके 'लोगो' से पहचान जाता है, जो एक ताज़ा सेब है और जिसका एक हिस्सा थोड़ा सा कटा हुआ दिखता है, जैसे किसी ने उस सेब को काट खाया हो लेकिन क्या हमने कभी सोचा है कि ऐसा अजीब logo कम्पनी ने क्यों बनाया? वो चाहते तो बिना काट खाए एक पूरा एप्पल को भी logo बना सकते थे। इसकी कहानी जानने के लिए हमें कई वर्ष पीछे जाना पड़ेगा। दरअसल 1976 में जब एप्पल ने अपना पहला प्रोडक्ट लॉन्च किया था तब उसका 'लोगो' ऐसा नहीं था। उस 'लोगो' के डिजाइन में आइसक न्यूटन को एक सेब के पेड़ तले बैठे किताब पढ़ते हुए दिखाया गया था। वो काफी कुछ एक चित्र जैसा दिखता था। एक कपड़े के बैनर से घिरे उस चित्र पर लिखा होता था 'एप्पल कंप्यूटर कंपनी'। लेकिन उसमें वो उम्दा खूबसूरती नहीं थी। उसे बनाया था रॉन वेन ने जो एप्पल कंपनी का तीसरा को-फाउंडर था। लेकिन स्टीव जॉब्स को यह 'लोगो' पसंद नहीं आया, उसने एप्पल प्रोडक्ट के कम बिक्री होने का ठीकरा उसके 'लोगो' पर डालते हुए उसे आम आदमी की समझ से बाहर और ज़रूरत से ज्यादा भारी करार दिया। उन्होंने उसकी दूसरी कमी यह बताई कि छोटे प्रोडक्ट्स में इस 'लोगो' को प्रिंट करना मुश्किल हो रहा था। फिर तय किया गया कि उसे बदल दिया जाएगा। तब 'रेजिस मैकेंना एडवरटाइजिंग' के आर्ट डाइरेक्टर रॉब जनोफ़ को नया 'एप्पल लोगो' बनाने की जिम्मेदारी दी गई। उन दिनों 'एप्पल टू' लॉन्च होने वाला था। रॉब ने पहले एक चमकदार काले सेब की आकृति तय किया लेकिन वो बहुत सपाट, सिम्पल दिख रहा था। किसी को मज़ा नहीं आया। फिर उसे याद आया वो शब्द जो एप्पल वन प्रोड्क्ट को मार्किट में उतारते समय बोला गया था। उसमें कहा गया था "byte into an apple....$666.66**" हालांकि यह बाइट, काटने वाला बाइट नहीं बल्कि डेटा मापने का इकाई है जिसमें आठ बिट्स होते, लेकिन इससे रॉब को 'बाइट' यानी दाँतों से काटने वाला आइडिया आ गया। बस फिर क्या था, एप्पल कम्पनी को एक नया आर्कषक 'लोगो' मिल गया। रॉब ने यह भी जताया कि इससे आम लोगों को यह भी पता लग जाएगा कि यह तस्वीर एक एप्पल का है, चेरी का नहीं। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि काटे हुए एप्पल की प्रेरणा , 'ऐडम ईव' की कहानी से प्रेरित है जहां ईव, एक सेब के ज्ञान वृक्ष से, एक सेब तोड़ कर खाता है और उसकी बुद्धि खुल जाती है। खैर जो भी कारण हो इस नए एप्पल बाइट वाले 'लोगो' का, पर स्टीव जॉब को यह नया 'लोगो' बहुत पसंद आ गया। उस दिन से एप्पल का यह अधखाया logo बरकरार और सफल है। -सुलेना मजुमदार अरोरा और ये पढ़ें : भारत के झंडे को बनाने वाले पिंगली वेंकय्या के बारे में दिलचस्प बातें Facebook Page #Lotpot Magazine #Lotpot #facts #apple logo history #real fact You May Also like Read the Next Article