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दो सौ किलोमीटर की दूरी को पैदल दौड़कर पार करने वाली दस साल की बच्ची काजल (Kajal) की कहानी बताती है कि अगर इरादे मजबूत हो तो हमारी इच्छा शक्ति क्या क्या कमाल दिखा सकती है। दस साल की नन्ही काजल, ललितपुर गांव स्थित प्रयागराज ट्रांस यमुना रीजन के मांडा डेवलपेन्ट ब्लॉक में रहती है और चौथी कक्षा में पढ़ती है। काजल के पिता नीरज कुमार रेलवे में काम करते हैं। बचपन से ही काजल के दिल में एथलीट बनने का सपना है।
2021 में उसने एनुअल इंदिरा मैराथन में भाग लिया था लेकिन अंडर एज होने के कारण उसका बाकायदा रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया। बावजूद इसके उसने इंदिरा मैराथन में जोर शोर से भाग लिया था। इस मैराथन के बाद काजल ने, यू पी के सीएम योगी आदित्यनाथ जी को पत्र लिखकर उनसे मिलने की इच्छा जाहिर की थी और योगी आदित्यनाथ जी ने भी बच्ची को निमंत्रित कर लिया। इस निमंत्रण को पाकर काजल ने योगी जी से मिलने के लिए प्रयागराज से लखनऊ तक, 200 किलोमीटर की दूरी पैदल दौड़कर पहुंचने का निर्णय लिया। उसने प्रयागराज के सिविल लाइन्स से दस अप्रैल को दौड़ना शुरू किया और पंद्रह अप्रैल को लखनऊ पहुंची।
वहां चीफ मिनिस्टर आदित्यनाथ जी ने अपने ऑफिशियल निवास स्थान में इस नन्ही सी उत्साही बच्ची काजल से मुलाकात की और देर तक उसके साथ बातचीत भी की। काजल ने उन्हें अपने एथलीट बनने के सपने के बारे में बताया और पिछले वर्ष इंदिरा मैराथन में भाग लेने की बात भी बताई। सुनकर आदित्यनाथ बेहद प्रसन्न हुए और आशीर्वाद देते हुए काजल को और आगे बढ़ने का प्रोत्साहन दिया। काजल से इस मुलाकात के दौरान योगी आदित्यनाथ जी नें इस भावी एथलीट को कई सुंदर उपहार भी दिए जैसे ट्रैक सूट, स्पोर्ट्स किट और दौड़ने के लिए स्पोर्ट्स शूज़। योगी जी ने काजल का आदर सम्मान भी किया।
काजल ने भी योगी जी को बहुत बहुत धन्यवाद दिया। खबरों के अनुसार बाबू बनारसी दास स्पोर्ट्स अकादमी लखनऊ ने भी काजल के इस अदम्य उत्साह, साहस और प्रतिभा का सम्मान करते हुए उसे जीवन भर स्पोर्ट्स किट और स्पोर्ट्स शूज़ मुहैया कराने की जिम्मेदारी उठाई। अब काजल दुगने उत्साह के साथ एथलीट बनने के अपने सपने को साकार करने की तैयारी में जुट गई है।