Indian Air Force Day: इसमें कोई शक नहीं हैं कि भारतीय वायु सेना पूरे विश्व में सबसे ज्यादा दिल दहला देने वाली वायुसेना है। यह अमेरिका, रूस और चीन के बाद चैथी सबसे बड़ी वायुसेना है। भारतीय वायुसेना को 8 अक्टूबर 1932 में भारतीय फोर्स एक्ट के तहत बनाया गया था और तब से आज तक कई सालों तक युद्ध के समय भारतीय वायुसेना ने अपनी ताकत को दिखाया है।
8 अक्टूबर, Indian Air Force Day के मौके पर हम आपको दस ऐसी बातें बताते है जो आपको गर्व महसूस करवाएंगीः
1945 से 1950 के बीच किंग जाॅर्ज 4 के बाद, भारतीय वायुसेना को राॅयल भारतीय वायुसेना कहा जाता था। 1950 में भारत के गणतंत्र देश बनने के बाद राॅयल हटा लिया गया।
भारतीय वायुसेना के सिद्धांत ‘‘नभा स्पर्शं दीप्तं‘‘ का मतलब हैं कि आसमान को फख्र के साथ छुओ। यह वाक्य भगवद गीता के ग्यारहवें पाठ से लिया गया है।
भारतीय वायुसेना के पास पूरे भारत में 60 हवाई बेस है जो 7 कमांड में बंटे हुए है। पश्चिम एयर कमांड सबसे बड़ा है जिसमे 16 एयर बेसेस है और वही सेंट्रल एयर कमांड सबसे छोटा है जिसमे 7 एयर बेसेस है। भारतीय वायुसेना का एक बेस भारत के बाहर तजाकिस्तान के फारखोर में भी है।
1933 से आई ए एफ राॅउंडेल यानी आई ए एफ प्लान्स और झंडे का लोगो करीब 4 बार बदल चुका है।
भारतीय वायुसेना में पहली महिला एयर मार्शल थी पद्मावति बंदोपाध्याय। 1971 में भारत पाकिस्तान के युद्ध के दौरान उनके काम के लिए उन्हें विशिष्ट सेवा मैडल से नवाजा गया था।
आई ए एफ की स्पेशल फोर्स यूनिट ‘‘द गार्ड कमांडो फोर्स‘‘ को 2004 में बनाया गया था। आज इस यूनिट में 2.000 प्रशिक्षित कार्यकर्ता है जो तबाही की घटना में लोगों को बचाते है।
आई ए एफ डेरा सबसे बड़ा नागरिको को बचाने का ऑपरेशन था ‘‘ऑपरेशन राहत’’। इस ऑपरेशन को उत्तर भारत में आयी बाढ़ से लोगों को बचाकर निकालना था। इस ऑपरेशन में 19.600 लोगों को हेलीकाप्टर की मदद से निकाला गया और करीब 3.82.4000 किलो की सामग्री लोगों तक पहुंचाई गयी।
आईएएफ ने लद्दाख में 16.614 फीट की ऊंचाई पर दौलत बेग ओल्डी एयरस्ट्रिप पर सी 130जे की सबसे ऊँची लैंडिंग करके विश्व रिकाॅर्ड कायम किया।
1984 के ऑपरेशन मेघदूत में आईएएफ ने सियाचिन ग्लेशियर को बचाने के लिए कई भारतीय ट्रूप को एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाया।
नई दिल्ली में आईएएफ के संग्रहालय में भारतीय मिलिट्री एविएशन की यादों का भरपूर खजाना मौजूद है और वहाँ पर आईएएफ का इतिहास भी लगाया गया है।