मेंढकों से जुड़े 20 अद्भुत और रोचक तथ्य- इन रोचक तथ्यों के माध्यम से बच्चे न केवल मेंढकों के बारे में नई जानकारी प्राप्त करेंगे, बल्कि यह जानेंगे कि मेंढक हमारे पर्यावरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। आकार में सबसे छोटा मेंढक – क्यूबा में पाया जाने वाला क्यूबन ड्वार्फ मेंढक है, जो केवल 1 से 1.5 सेंटीमीटर का होता है। विश्व का सबसे बड़ा मेंढक – पश्चिमी अफ्रीका का गोलियथ मेंढक है, जिसकी लंबाई 30 सेंटीमीटर और वजन 3.5 किलोग्राम तक होता है। अमेज़न के रंग बदलने वाले मेंढक – अमेजन नदी के पास पाए जाने वाले हरे रंग के मेंढक बारिश आने से पहले लाल रंग के हो जाते हैं, इसे प्रकृति का संकेतक माना जाता है। सींग वाले मेंढक – ब्राज़ील, अर्जेंटीना और एशिया में पाए जाते हैं। इनकी खाल खुरदरी होती है और इनकी आँखों के ऊपर सींग जैसी संरचना होती है। मेंढकों की जुबान – अधिकांश मेंढकों की जुबान चिपचिपी और लचीली होती है, जिससे वे कीड़े-मकोड़े तेजी से पकड़ लेते हैं। खाने का तरीका – मेंढक अपनी आँखों को अंदर की ओर धकेलकर भोजन को गले के नीचे उतारने में मदद करते हैं। टॉक्सिक मेंढक – दक्षिण अमेरिका के जंगलों में डार्ट फ्रॉग पाए जाते हैं, जो दुनिया के सबसे जहरीले मेंढक हैं। इनकी चमड़ी से निकलने वाला जहर इंसानों को भी मार सकता है। मेंढकों की संख्या – दुनिया में मेंढकों की लगभग 5,000 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं। मौसम संकेतक – कई जगहों पर माना जाता है कि मेंढकों का अचानक उभरना या बोलना बारिश का संकेत है। गहरे समुद्री मेंढक – कुछ मेंढक समुद्र में भी रहते हैं और पानी के अंदर लंबे समय तक साँस रोक सकते हैं। श्वसन प्रक्रिया – मेंढक त्वचा और फेफड़ों दोनों के ज़रिए साँस लेते हैं। उनकी त्वचा नमी बनाए रखने में मदद करती है। संगीतज्ञ मेंढक – नर मेंढक विशेष ध्वनि निकालकर मादा को आकर्षित करते हैं। प्रजाति के अनुसार उनकी ध्वनियाँ अलग-अलग होती हैं। रंग बदलने वाले मेंढक – कुछ मेंढक, जैसे क्वीनलैंड के ट्री फ्रॉग, अपने रंग को मौसम और वातावरण के अनुसार बदल सकते हैं। मेंढकों के अंडे – अधिकांश मेंढक पानी में अंडे देते हैं, जो बाद में टैडपोल (डिंभक) बनकर विकसित होते हैं। नमक से खतरा – मेंढकों की त्वचा बहुत संवेदनशील होती है। अत्यधिक नमक या प्रदूषित पानी से वे तुरंत मर सकते हैं। शीतनिद्रा – ठंडे क्षेत्रों में मेंढक शीतनिद्रा (Hibernation) में चले जाते हैं। वे जमीन के अंदर छिपकर पूरी सर्दी बिताते हैं। मेंढकों के पैर – पानी में रहने वाले मेंढकों के पैर जालीनुमा होते हैं, जिससे वे आसानी से तैर सकते हैं। सांस्कृतिक महत्त्व – कई देशों में मेंढकों को शुभ संकेत माना जाता है, जैसे जापान में मेंढक धन और सुरक्षा का प्रतीक हैं। दुनिया का सबसे तेज़ मेंढक – स्नो लेपर्ड फ्रॉग को सबसे तेज़ छलांग लगाने वाले मेंढकों में गिना जाता है। यह अपने शरीर की लंबाई से 20 गुना दूर छलांग लगा सकता है। जहरीली चमड़ी – कुछ मेंढक अपनी चमड़ी से एक विशेष गंध छोड़ते हैं, जिससे शिकारी उनसे दूर रहते हैं। यह भी जानें:- चंद्रमा: पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह ऊँची कूद की तकनीक कब और कहाँ से आई उल्कापिंड क्या होते हैं? Fun Facts: हमारा सोलर सिस्टम