कोलंबस की असफल भारत खोज: एक दिलचस्प तथ्य 1492 में, क्रिस्टोफर कोलंबस ने भारत की खोज के लिए पश्चिम की ओर समुद्र यात्रा शुरू की। उनका उद्देश्य भारत पहुंचकर वहां के मसाले, सोना, और अन्य मूल्यवान वस्तुएं प्राप्त करना था। कोलंबस को विश्वास था कि वह पश्चिम की ओर जाकर By Lotpot 28 Aug 2024 in Interesting Facts New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 कोलंबस का सफर 1492 में, क्रिस्टोफर कोलंबस ने भारत की खोज के लिए पश्चिम की ओर समुद्र यात्रा शुरू की। उनका उद्देश्य भारत पहुंचकर वहां के मसाले, सोना, और अन्य मूल्यवान वस्तुएं प्राप्त करना था। कोलंबस को विश्वास था कि वह पश्चिम की ओर जाकर भारत पहुंच सकता है, क्योंकि उसे धरती गोल होने की जानकारी थी। भ्रम और असफलता कोलंबस ने चार बार पश्चिमी दिशा में समुद्री यात्राएं कीं, लेकिन भारत कभी नहीं पहुंचा। असल में, कोलंबस ने जिस भूमि को "भारत" समझा, वह अमेरिका का कैरिबियन द्वीप था। उसने पहली बार 12 अक्टूबर 1492 को बहामा द्वीप पर कदम रखा, जिसे उसने "सन साल्वाडोर" नाम दिया। अमेरिका कोलंबस को इस बात का अहसास कभी नहीं हुआ कि उसने वास्तव में एक नए महाद्वीप की खोज की थी। वह अपनी मृत्यु तक यही मानता रहा कि उसने भारत के पूर्वी तटों की खोज की है। बाद में, यूरोपीय खोजकर्ताओं को यह समझ में आया कि कोलंबस ने एक नए महाद्वीप की खोज की थी, जिसे अब हम अमेरिका के नाम से जानते हैं। कोलंबस की पहचान कोलंबस की असफल भारत खोज ने यूरोप को एक नई दुनिया से परिचित कराया, जो व्यापार, उपनिवेशवाद, और संस्कृति के बदलते समीकरणों का कारण बनी। हालांकि, कोलंबस की असफलता एक नई दुनिया के लिए दरवाजे खोलने में महत्वपूर्ण साबित हुई, और उन्होंने इतिहास में अपनी एक विशेष पहचान बनाई। कोलंबस की भारत की खोज असफल रही, लेकिन उनकी इस असफलता ने एक नई दुनिया की खोज की दिशा में यूरोप के कदम बढ़ाए। यह सफर एक भ्रम के कारण शुरू हुआ, लेकिन इसने दुनिया के इतिहास को बदल दिया। यह भी जानें:- चंद्रमा: पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह ऊँची कूद की तकनीक कब और कहाँ से आई उल्कापिंड क्या होते हैं? Fun Facts: हमारा सोलर सिस्टम #Amazing facts for Kids #Amazing Facts You May Also like Read the Next Article