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बच्चों, क्या आप जानते हैं कि सुपरहीरो सिर्फ फिल्मों में नहीं होते? हजारों साल पहले भारत में ऐसे महान ऋषि और वैज्ञानिक हुए हैं, जिनके अविष्कारों (Inventions) के बिना आज की आधुनिक दुनिया की कल्पना भी नहीं की जा सकती। आइए जानते हैं भारत के उन 8 महान "रियल लाइफ सुपरहीरोज़" के बारे में:
1. आर्यभट्ट (Aryabhata) - शून्य के जनक
गणित (Maths) में अगर 'जीरो' (0) न हो, तो क्या हम बड़ी संख्याएं लिख सकते हैं? नहीं! आर्यभट्ट ने ही दुनिया को 'शून्य' (Zero) दिया था. उन्होंने ही सबसे पहले खगोल विज्ञान (Astronomy) की नींव रखी और बताया कि ग्रह कैसे काम करते हैं.
2. भास्कराचार्य (Bhaskaracharya) - गुरुत्वाकर्षण (Gravity) की खोज
हम सभी जानते हैं कि न्यूटन ने बताया था कि सेब नीचे क्यों गिरता है। लेकिन, भास्कराचार्य ने न्यूटन से 400 साल पहले ही बता दिया था कि पृथ्वी हर वस्तु को अपनी ओर खींचती है.
3. सुश्रुत (Sushruta) - सर्जरी के पिता (Father of Surgery)
जब पूरी दुनिया शरीर को छूने से भी डरती थी, तब महर्षि सुश्रुत सर्जरी (Operation) करना जानते थे. उन्हें दुनिया का पहला सर्जन माना जाता है.
4. चरक (Charaka) - आयुर्वेद के ज्ञानी
महर्षि चरक ने 'चरक संहिता' लिखी थी. उन्होंने ही दुनिया को बताया कि हर पौधे और जड़ी-बूटी में दवा छिपी होती है और हम प्रकृति की मदद से बीमारियों का इलाज कर सकते हैं.
5. पाणिनी (Panini) - व्याकरण (Grammar) के रचयिता
महर्षि पाणिनी ने संस्कृत व्याकरण को एक सूत्र (Formula) में बांधा था. आज की कंप्यूटर कोडिंग और दुनिया की कई भाषाओं की संरचना (Structure) पाणिनी के नियमों पर ही आधारित है.
6. नागार्जुन (Nagarjuna) - रसायन विज्ञान (Chemistry) के जादूगर
नागार्जुन ने रसायन विद्या (Chemical Science) को विज्ञान बनाया. उन्होंने धातुओं (Metals) को बदलने और औषधियां (Medicines) बनाने की कई विधियां खोजी थीं.
7. कणाद (Kanada) - परमाणु (Atom) की खोज
महर्षि कणाद ने दुनिया को बताया कि हर चीज़ बहुत छोटे-छोटे कणों (Particles) से बनी है, जिन्हें हम 'अणु' या 'परमाणु' कहते हैं. यह बात उन्होंने तब बताई थी जब दुनिया को 'एटम' शब्द का मतलब भी नहीं पता था.
8. भारद्वाज ऋषि (Bharadwaja) - विमान शास्त्र (Aviation)
हवाई जहाज का आविष्कार राइट ब्रदर्स से बहुत पहले ऋषि भारद्वाज ने अपने ग्रंथ 'विमान शास्त्र' में कर दिया था. उन्होंने ऐसे यंत्रों का वर्णन किया था जो हवा, पानी और जमीन—तीनों जगह चल सकते थे.
बच्चों, हमें अपने इस प्राचीन ज्ञान और महान वैज्ञानिकों पर गर्व होना चाहिए!
