/lotpot/media/media_files/2024/10/26/8z7NLOm7lBGyhorS1xXG.jpg)
यह मजेदार स्कूली चुटकुलों का एक संग्रह है, जिसमें चेलाराम, नटखट नीटू, और पपीताराम जैसे नटखट और चालाक किरदार शामिल हैं। इन चुटकुलों में बच्चों की मासूमियत और उनके अनोखे जवाबों से हास्य पैदा होता है। चेलाराम अपने टीचर को यह महसूस कराता है कि बेवकूफी सिर्फ खड़े होने में नहीं है, बल्कि टीचर को अकेला नहीं छोड़ने में भी है। वहीं नटखट नीटू की कुतुब मीनार की खोज ने टीचर को भी सोच में डाल दिया। और पपीताराम ने अपने मजेदार अंदाज में इंग्लिश के ‘ट्यूलिप’ फूल के नाम पर ऐसा जवाब दिया, जिसने सबको हंसी में लोटपोट कर दिया।
इन चुटकुलों से बच्चों की हाजिरजवाबी और मासूमियत साफ झलकती है, जो न सिर्फ हंसी लाती है बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे बच्चे अपने नजरिए से चीजों को समझते हैं। ये चुटकुले बच्चों की दुनिया के बेफिक्र और मजेदार पहलुओं को खूबसूरती से उजागर करते हैं।
1. चेलाराम और बेवकूफ
टीचर : जो बेवकूफ है वो खड़ा हो जाए।
चेलाराम झट से खड़ा हो जाता है
टीचर : तुम बेवकूफ हो?
चेलाराम : नहीं मैडम आप अकेली खड़ी थीं मुझे अच्छा नहीं लगा।
2. नटखट नीटू और कुतुब मीनार
टीचर : बताओ, कुतुब मीनार कहां है?
नटखट नीटू : पता नहीं।
टीचर : फिर बेंच पर खड़े हो जाओ।
नटखट नीटू : मैम, कुतुब मीनार यहां से भी नहीं दिख रहा।
3.पपीताराम और ट्यूलिप
टीचर : इंग्लिश में उस फूल का नाम, बताओ जो सबसे ज्यादा बात करती हो?
पपीताराम : ट्यूलिप
टीचर : वो कैसे?
पपीताराम : क्योंकि उसके टू लिप्स हैं।
और भी मज़ेदार जोक्स यहाँ है:-
चेलाराम और दोस्तों के मजेदार किस्से: हंसी से भरपूर बातें
चेलाराम और नटखट नीटू के मजेदार चुटकुले