हंसी-मजाक बच्चों की दुनिया का एक अहम हिस्सा है। हंसी न केवल हमें खुश रखती है, बल्कि यह हमारी सोच को भी ताजगी देती है। चेलाराम और उसके दोस्त नटखट नीटू जैसे किरदार स्कूल के मजेदार और मस्ती भरे पल लेकर आते हैं। चाहे वह टीचर के साथ मजाक हो या परीक्षा के सवालों पर अजीबो-गरीब बहाने, इन नटखट बच्चों के किस्से हमें हंसी के ठहाके लगाने पर मजबूर कर देते हैं।
इन नटखट बच्चों के जोक्स और मस्ती भरे पल हमें याद दिलाते हैं कि हंसी-मजाक हमारे जीवन में कितना महत्वपूर्ण है। बच्चों की यह मासूमियत और मजाकिया बातें जीवन को हल्का और खुशहाल बनाती हैं।
चेलाराम और सूरज
टीचर : कल मैं सूरज पर लैक्चर देने जा रही हूं, तुम क्लास मिस मत करना।
चेलाराम : लेकिन मैं नहीं आ पाऊंगा मैडम
टीचर : क्यों?
चेलाराम : वो क्या है ना मेरी मम्मी मुझे इतनी दूर नहीं जाने देंगी।
चेलाराम और पेपर
पापा : तुम्हारा पेपर कैसा हुआ?
चेलाराम : पापा, पहला सवाल छूट गया, तीसरा आता नहीं था, चौथा करना भूल गया था, और पांचवा नजर नहीं आया।
पापा : और दूसरा सवाल?
चेलाराम : बस वही गलत हो गया।
नटखट नीटू और महानता
टीचर : बेटा, तुम्हें पता है, महान व्यक्ति वो होते हैं जो दूसरों की मदद करते हैं।
नटखट नीटू : मैम, आप परीक्षा में तो खुद महानता दिखाते नहीं हैं, न हमें आपस में दिखाने देते हैं।
टीचर : क्लास से बाहर निकल जाओ।
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