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हंसी के धमाके - परिवार और हंसी-मज़ाक का रिश्ता बड़ा ही अनोखा होता है। घर में कभी-कभी ऐसे पल आते हैं जब मज़ेदार जवाब और शरारती बातें पूरे माहौल को ठहाकों से भर देती हैं। आइए, कुछ मज़ेदार पारिवारिक किस्सों पर एक नज़र डालते हैं।
🐵 बंदर जैसी शरारतें!
यामुंडा की मम्मी रोज़ उसे डांटती रहती हैं कि वह बंदर जैसी शरारतें करता है। एक दिन, तंग आकर मम्मी ने कह ही दिया,
"तुम्हारी हरकतें तो बंदर जैसी हैं, अब देखने में भी वैसे ही लगने लगे हो!"
यामुंडा ने भी झट से जवाब दिया,
"लेकिन मम्मी, पड़ोस वाली आंटी तो कहती हैं कि मैं बिल्कुल पापा की तरह दिखता हूँ!"
बस, फिर क्या था! मम्मी के चेहरे के एक्सप्रेशन देखने लायक थे! 😂
👡 विटामिन चप्पल की कमी!
बच्चे पढ़ाई से जितना भागते हैं, उतना ही मम्मियों की डांट और चप्पल से डरते भी हैं। चेलाराम जब पढ़ाई से परेशान होकर बोला,
"मां, अब मुझसे ये पढ़ाई नहीं होती!"
मम्मी ने तुरंत कहा,
"बेटा, तुझे विटामिन चप्पल की कमी हो गई है!"
तब से चेलाराम बिना किसी ट्यूशन के ही टॉप करने लगा! 🤣
💰 10 रुपये की इमोशनल ड्रामा!
बच्चे कभी-कभी बड़े ही इमोशनल ब्लैकमेलर होते हैं। पपीताराम ज़ोर-ज़ोर से रो रहा था। पापा ने पूछा,
"बेटा, क्यों रो रहे हो?"
पपीताराम बोला,
"पहले 10 रुपये दो, फिर बताऊँगा!"
पापा ने 10 रुपये दिए और बोले,
"अब बताओ, क्या हुआ?"
पपीताराम बोला,
"मम्मी यही 10 रुपये नहीं दे रही थीं, इसलिए रो रहा था!"
पापा समझ गए कि असली किंग तो घर में पपीताराम ही है! 😂
🎭 मज़ेदार सीख:
घर का माहौल हमेशा हल्का-फुल्का और हंसी से भरा होना चाहिए। मम्मियों की चप्पल, पापा के ताने और बच्चों की शरारतें मिलकर ही तो जिंदगी को मज़ेदार बनाती हैं! 😆