जंगल कहानी : गधा, मुर्गा और शेर

एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव के पास एक गधा और एक मुर्गा रहते थे। दोनों अच्छे दोस्त थे और दिनभर खेतों में खेलते-कूदते और मस्ती करते थे। पास के जंगल में एक शेर भी रहता था, जिसे हमेशा नए शिकार की तलाश रहती थी।

New Update
Jungle Story Donkey Rooster and Lion
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

गधा, मुर्गा और शेर की मजेदार कहानी-  एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव के पास एक गधा और एक मुर्गा रहते थे। दोनों अच्छे दोस्त थे और दिनभर खेतों में खेलते-कूदते और मस्ती करते थे। पास के जंगल में एक शेर भी रहता था, जिसे हमेशा नए शिकार की तलाश रहती थी। शेर ने गधे को देखा और सोचा, "आज तो यह गधा मेरा स्वादिष्ट भोजन बनेगा!"

शेर की चाल

शेर धीरे-धीरे गाँव की तरफ बढ़ा और गधे के पास पहुँच गया। उसने डरावनी आवाज में कहा, "गधे भाई, तुम तो बहुत मोटे-ताजे दिखते हो। मुझे तुम्हें खाने का मन कर रहा है।"

गधा घबरा गया, लेकिन उसने तुरंत मुर्गे की ओर देखा। मुर्गा हमेशा अपने दोस्तों के लिए कोई न कोई तरकीब सोचता था। मुर्गा बोला, "डरो मत, गधे भाई। हम मिलकर इसे सबक सिखाएंगे। बस मेरी बात मानो।"

मुर्गा की चालाकी

मुर्गा जोर-जोर से बांग देने लगा, "कुकड़ूं-कू! कुकड़ूं-कू!" शेर अचानक रुक गया और इधर-उधर देखने लगा। शेर ने सोचा, "यह आवाज तो खतरनाक लग रही है। शायद यहाँ और भी जानवर हैं।"

गधे ने मौका देखा और शेर से बोला, "क्या हुआ, जंगल के राजा? क्या तुम्हें डर लग रहा है?"

शेर ने घूरते हुए कहा, "मैं डरता नहीं हूँ, लेकिन तुम्हारे दोस्त की आवाज बड़ी अजीब है। कहीं यह किसी खतरनाक जानवर को बुला तो नहीं रहा?"

गधे की मजेदार हरकत

गधा हँसते हुए बोला, "तुम्हें पता नहीं? मुर्गा हमारी सुरक्षा का प्रहरी है। जब वह बांग देता है, तो हमारे साथी जानवर इकट्ठा हो जाते हैं। अगर तुमने मुझ पर हमला किया, तो सब तुम्हें सबक सिखाएंगे।"

यह सुनकर शेर घबरा गया और पीछे हटने लगा। लेकिन गधे ने मजाकिया अंदाज में कहा, "ठहरो! क्यों न तुम्हें हमारी मस्ती में शामिल कर लें? तुम भी थोड़ी दौड़-भाग कर लो।" शेर को यह सुनकर और भी गुस्सा आया, लेकिन वह असमंजस में था।

गधे और मुर्गे का आखिरी दांव

मुर्गा फिर जोर से बांग देने लगा और पास के गाँव से कुत्तों का झुंड उसकी आवाज सुनकर आ गया। कुत्तों को देखकर शेर डर के मारे भाग खड़ा हुआ। गधे और मुर्गे ने राहत की सांस ली और एक-दूसरे को गले लगाया।

गधा बोला, "धन्यवाद, मुर्गा भाई। अगर तुम न होते, तो आज मैं शेर का खाना बन जाता।"

मुर्गा मुस्कुराते हुए बोला, "दोस्ती का यही तो मतलब है, भाई। एक-दूसरे की मदद करना और मुसीबतों से बचाना।"

कहानी से सीख

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि चतुराई और एकता से बड़ी से बड़ी मुसीबत को टाला जा सकता है। जीवन में सही समय पर सही निर्णय लेने से हम कठिनाइयों का सामना आसानी से कर सकते हैं। साथ ही, दोस्ती का मतलब होता है मुश्किल समय में एक-दूसरे का सहारा बनना।

और पढ़ें  : 

Jungle Kahani : हंस और उल्लू

जंगल कहानी : स्मार्ट कबूतर की चतुराई

जंगल कहानी : भूलक्कड़ हाथी

Jungle Story : चुहिया की होशियारी

#Hindi Jungle Stories #hindi jungle kahani #choti jungle kahani #choti jungle story #best jungle story in hindi #Best Jungle Story #Best Jungle Stories #best hindi jungle story #bachon ki jungle kahani #bachon ki hindi jungle kahani #Jungle