जंगल कहानी - शरारती बंदर और जिराफ
लोटपोट वन में राजू बंदर की शरारतों से सभी जानवर परेशान थे। वह आए दिन सबके साथ शरारत करता था। जंगल के सभी जानवर उसे समझाते, फिर भी वह किसी की बात नहीं सुनता था।
लोटपोट वन में राजू बंदर की शरारतों से सभी जानवर परेशान थे। वह आए दिन सबके साथ शरारत करता था। जंगल के सभी जानवर उसे समझाते, फिर भी वह किसी की बात नहीं सुनता था।
बहुत समय पहले की बात है, एक घना जंगल था, जहां पेड़-पौधे, रंग-बिरंगे फूल और जानवरों की भरमार थी। जंगल के बीचों-बीच एक छोटी सी चिप्पी नाम की चूहिया रहती थी।
हरे-भरे जंगल में सभी जानवर खुशी-खुशी रहते थे। वहाँ भोलू भालू, चिंटू बंदर, गप्पू खरगोश और मिठू तोता जैसे कई दोस्त थे। लेकिन उनकी मस्ती में खलल डालने के लिए एक नई परेशानी आ गई – 'कल्लू सांप'!
एक घने जंगल में सभी जानवर मिलजुल कर रहते थे। एक दिन, जंगल के राजा शेर सिंह ने घोषणा की कि अगले पूर्णिमा की रात को एक भव्य उत्सव का आयोजन होगा, जिसमें सभी जानवर अपनी-अपनी पसंदीदा वस्तुएं लाकर साझा करेंगे।
एक गहरे कुएं में गंगाधर नाम का एक मेंढ़क अपने परिवार के साथ रहता था। उसके परिवार में कुल 12 सदस्य थे, और वह परिवार का मुखिया था। गंगाधर का जीवन संघर्षों से भरा था
एक घना जंगल था, जहाँ तरह-तरह के जानवर रहते थे। उन्हीं में दो बिल्लियाँ, मीना और टीना, बहुत अच्छी दोस्त थीं। दोनों साथ में खेलतीं, दौड़तीं और एक-दूसरे के साथ अपनी छोटी-छोटी खुशियाँ बांटती थीं।
घने जंगल में एक बड़ा सा बरगद का पेड़ था। उसी के पास एक आलसी भालू भोलू रहता था। भोलू को सोना और आराम करना बहुत पसंद था। वह खाने के लिए भी ज्यादा मेहनत नहीं करता था