जंगल कहानी - दोस्ती का असली मतलब

एक बार की बात है, एक घने जंगल में कई जानवर रहते थे। वहां का जीवन शांत और हरा-भरा था। उस जंगल में एक खरगोश "चिक्कू" और एक कछुआ "टोनी" बहुत अच्छे दोस्त थे। दोनों हर समय साथ रहते, साथ खाते-पीते और खेलते थे।

By Lotpot
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Jungle Story-The True Meaning of Friendship

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दोस्ती का असली मतलब- एक बार की बात है, एक घने जंगल में कई जानवर रहते थे। वहां का जीवन शांत और हरा-भरा था। उस जंगल में एक खरगोश "चिक्कू" और एक कछुआ "टोनी" बहुत अच्छे दोस्त थे। दोनों हर समय साथ रहते, साथ खाते-पीते और खेलते थे। लेकिन उनकी दोस्ती में एक समस्या थी—चिक्कू हमेशा तेज़ होने का घमंड करता था और टोनी को उसकी धीमी चाल को लेकर चिढ़ाया करता था।

एक दिन चिक्कू ने कहा, "अरे टोनी, तुम्हारी चाल तो इतनी धीमी है कि अगर मैं अपनी झपकी भी लूं, तब भी तुम मुझसे पीछे ही रहोगे।"
टोनी ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "चिक्कू, तेज़ दौड़ने से ही सब कुछ नहीं होता, सब्र और मेहनत भी ज़रूरी है।"
लेकिन चिक्कू ने उसे गंभीरता से नहीं लिया और हंसकर कह दिया, "तुम्हें तो बस बहाने बनाना आता है।"

जंगल की चुनौती

एक दिन, जंगल के राजा शेर ने सभी जानवरों को बुलाया और एक चुनौती रखी। उन्होंने कहा, "जंगल के बीचों-बीच मौजूद 'सुनहरी झील' तक सबसे पहले पहुंचने वाला विजेता होगा।"
चिक्कू यह सुनकर खुशी से उछल पड़ा और बोला, "यह तो मेरे लिए आसान है। मैं झील तक पहले ही पहुंच जाऊंगा।"
टोनी ने भी प्रतियोगिता में भाग लेने का फैसला किया। बाकी जानवरों ने सोचा कि यह मुकाबला तो चिक्कू ही जीतेगा, क्योंकि उसकी रफ्तार बहुत तेज़ थी।

दौड़ शुरू होती है

दौड़ का दिन आ गया। शेर ने जैसे ही संकेत दिया, चिक्कू हवा की तरह दौड़ पड़ा। टोनी अपनी धीमी चाल से शांतिपूर्वक आगे बढ़ रहा था। रास्ते में चिक्कू ने देखा कि टोनी बहुत पीछे रह गया है। उसने सोचा, "मुझे अब आराम करना चाहिए।"
चिक्कू एक पेड़ के नीचे आराम करने लेट गया। वह इतना थका हुआ था कि उसे नींद आ गई।

टोनी का धैर्य

दूसरी ओर, टोनी धीरे-धीरे लेकिन लगातार झील की ओर बढ़ रहा था। उसे रास्ते में कई मुश्किलें आईं—कंटीले झाड़, ऊबड़-खाबड़ जमीन, और एक छोटी नदी जिसे पार करना था। लेकिन टोनी ने हिम्मत नहीं हारी और चलते रहा।

असली दोस्ती की परीक्षा

रास्ते में टोनी ने देखा कि चिक्कू एक झाड़ी में फंसा हुआ है। चिक्कू जोर-जोर से मदद के लिए पुकार रहा था, "टोनी! मुझे बचा लो, मैं यहां फंस गया हूं।"
टोनी ने रुककर सोचा, "अगर मैं इसे छोड़कर चला गया, तो मैं जीत सकता हूं, लेकिन दोस्ती का क्या मतलब होगा?"
टोनी ने अपनी धीमी चाल के बावजूद पूरी ताकत लगाकर चिक्कू को झाड़ी से बाहर निकाला। चिक्कू ने शर्मिंदा होते हुए कहा, "मुझे माफ कर दो, टोनी। मैं हमेशा तुम्हारी धीमी चाल का मजाक उड़ाता था। लेकिन आज तुमने दिखा दिया कि असली दोस्ती क्या होती है।"

झील पर पहुंचने का अंत

दोनों दोस्त साथ-साथ चलते हुए झील पर पहुंचे। वहां मौजूद सभी जानवरों ने उनकी दोस्ती और सहयोग की सराहना की। शेर ने घोषणा की, "यह दौड़ केवल तेज़ी की नहीं, बल्कि सच्ची दोस्ती की थी। टोनी और चिक्कू दोनों इसके विजेता हैं।"

कहानी की सीख

दोस्ती का असली मतलब मदद और सहयोग है। सच्चा दोस्त वही है जो मुश्किल समय में आपके साथ खड़ा हो, चाहे उसकी स्थिति कैसी भी हो।

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