/lotpot/media/media_files/2025/09/11/murkh-bandaron-aur-jugnu-ki-kahani-2025-09-11-13-44-59.jpg)
मज़ेदार जंगल कहानी - मूर्ख बन्दरों और जुगनू की कहानी:- नमस्ते बच्चों! मेहनत और लगन ज़रूरी हैं, लेकिन चालाकी और समझदारी भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। आज हम एक best jungle story लेकर आए हैं, जिसमें मूर्ख बन्दरों और जुगनू का मज़ेदार किस्सा है। यह बच्चों की नैतिक कहानी आपको हंसी के साथ-साथ एक अनमोल सबक भी देगी। तो चलो, जंगल की इस रोचक यात्रा पर चलें!
ठंड की रात और बन्दरों का भ्रम
एक सर्द रात थी, जब जंगल में एक बन्दरों का झुंड ठंड से बचने के लिए आग की तलाश में था। वे इधर-उधर भटक रहे थे, तभी उनकी नज़र एक चमकते हुए जुगनू पर पड़ी। नन्हा बन्दर चीकू चिल्लाया, "देखो, भाईयों, यह तो आग है! चलो, इसे पकड़ते हैं।" बिना सोचे-समझे उसने जुगनू को पकड़ लिया, सोचकर कि यह उन्हें गर्मी देगा।
बड़े बन्दर रामा ने कहा, "हां, इसे फूंक मारो, आग जल उठेगी!" सारे बन्दर जुगनू पर फूंक मारने लगे, उम्मीद में कि गर्मी मिलेगी। लेकिन जुगनू तो बस चमकता रहा, आग कहां बनने वाली थी? चीकू थककर बोला, "कुछ तो गड़बड़ है, यह आग नहीं लग रही!"
चिड़िया की सलाह
इसी बीच एक चतुर चिड़िया मीना ने यह तमाशा देखा और हंसते हुए उड़ी। वह पास आकर बोली, "अरे मूर्ख बन्दरों, यह आग नहीं, जुगनू है! इससे आग नहीं बनेगी। पास की गुफा में शरण लो, वहां सुरक्षित रहोगे।" रामा गर्व से बोला, "हमको तेरी सलाह नहीं चाहिए, हम खुद आग बना लेंगे!" मीना ने सिर हिलाया और कहा, "जैसा तुम चाहो, लेकिन बिना दिमाग के मेहनत बेकार है।" फिर वह उड़ गई।
बन्दरों ने चिड़िया की बात को नज़रअंदाज किया और जुगनू पर फूंक मारते रहे। थोड़ी देर बाद चीकू बोला, "भाई, मेरी सांस फूल गई, और ठंड बढ़ गई!" रामा ने भी हार मानी, "शायद चिड़िया सही थी। चलो, जुगनू को छोड़ते हैं।"
नई शुरुआत और सबक
जुगनू को छोड़कर बन्दर गुफा की ओर चल पड़े। रास्ते में चीकू ने कहा, "मीना दीदी को ढूंढें, उनसे माफी मांगें।" गुफा में पहुंचकर वे ठंड से बचे और सोचने लगे कि बिना समझदारी के मेहनत व्यर्थ होती है। अगली सुबह मीना आई और हंसी, "अब समझे न, बुद्धि से काम लो!" चीकू ने कहा, "हां, दीदी, अब हम तुम्हारी सलाह मानेंगे।"
कहानी का विस्तार हुआ जब बन्दरों ने मीना को धन्यवाद दिया और जंगल में एक छोटा सा शिविर बनाया। उन्होंने लकड़ियां इकट्ठी की और मीना की सलाह से आग जलाई। रात में वे गपशप करने लगे, और चीकू बोला, "अब हम स्मार्ट बन्दर बन गए!" जंगल के अन्य जानवर भी आए और सबने मिलकर गर्माहट का आनंद लिया।
सीख
इस मज़ेदार जंगल कहानी से बच्चों को यह शिक्षा मिलती है कि मेहनत के साथ-साथ समझदारी और बड़े-बुजुर्गों की सलाह लेना जरूरी है। बुद्धि से काम लो, तभी सफलता मिलेगी!
और पढ़ें :
जंगल कहानी : स्मार्ट कबूतर की चतुराई
Jungle Story : चुहिया की होशियारी
टैग: best hindi story, बच्चों की नैतिक कहानी, मज़ेदार हिंदी कहानी, जंगल की कहानी, बच्चों की शिक्षा, Best Jungle Story for Kids | best jungle story in hindi | choti jungle story | Hindi Jungle Stories | hindi jungle stories for kids | Hindi Jungle Story | hindi jungle stoy | inspirational jungle story | Jungle Stories | Jungle Stories for Kids | jungle stories in hindi | jungle story for children | jungle story for kids | Jungle story in Hindi | jungle story in Hindi for kids | jungle story with moral | kids hindi jungle Stories | kids hindi jungle story | kids Jungle Stories | kids jungle stories in hindi | kids jungle story | kids jungle story in hindi | Lotpot Jungle Story | moral jungle story | moral jungle story for kids | moral jungle story Hindi | Best Jungle Stories | best hindi jungle story | बच्चों की जंगल नैतिक कहानी | बच्चों की जंगल हिंदी कहानी | बच्चों की नैतिक कहानियाँ | बच्चों की प्रेरक कहानियाँ | बच्चों की प्रेरक कहानी | बच्चों की कहानी चांद पर | बच्चों की रात की कहानियां