दीया की एक नई पहल और नई आशा
स्कूल जाने की बात उठते पर कॉपी किताबों की बात भी उठती है। हम जब स्कूल में दाखिला लेते हैं या अगली कक्षा मे उत्तीर्ण होते हैं तो नई नई कॉपी किताबें खरीदने की उमंग हम सबमें होती है, लेकिन बहुत से बच्चे ऐसे भी होते हैं जो पढ़ना लिखना तो चाहते हैं लेकिन उनके पास नए नोट बुक्स खरीदने के लिए पैसे नहीं होते।