कुशी हब नन्हे फरिश्तों के लिए एक नई पहल

Kushi Hub : भारतीय रेल्वे बोर्ड के निर्णय के अनुसार भारत के प्रमुख रेल्वे स्टेशनों पर बच्चों के सुख सुविधाओं से परिपूर्ण स्थल बनाने की योजना का पहला चरण कर्नाटक के केएसआर रेल्वे स्टेशन से शुरू हो रहा है। इस तरह के चाइल्ड फ्रेंडली स्थल को प्लैटफॉर्म एक पर बनाया गया है जिसे अब अंतिम रूप दिया जा रहा है।

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Kushi Hub - A new initiative for little angels

Kushi Hub : भारतीय रेल्वे बोर्ड के निर्णय के अनुसार भारत के प्रमुख रेल्वे स्टेशनों पर बच्चों के सुख सुविधाओं से परिपूर्ण स्थल बनाने की योजना का पहला चरण कर्नाटक के केएसआर रेल्वे स्टेशन से शुरू हो रहा है। इस तरह के चाइल्ड फ्रेंडली स्थल को प्लैटफॉर्म एक पर बनाया गया है जिसे अब अंतिम रूप दिया जा रहा है।

'Kushi Hub' के नाम से जाना जाने वाले इस 600 वर्ग फुट स्थल को बच्चों की कड़ी सुरक्षा के मद्देनजर, रेल्वे द्वारा रेल्वे सुरक्षा बल (आरपीएफ) 'नन्हे फरिश्ते' की तस्करी रोकने वाली यूनिट के साथ साथ एनजियो 'चाइल्ड लाइन इंडिया तथा इंटरनेशनल जस्टिस मिशन के हवाले कर दिया गया है। इस चाइल्ड फ्रेंडली स्थान पर बच्चों के मनोरंजन की तमाम चीजे रखी गई है, जैसे तरह-तरह की रंगीन चित्रों वाली पुस्तकें, सुंदर ऑर्गेनिक मटीरियल से बने खिलौने, बैठने और लेटने की साफ सुथरी जगह, साफ शौचालय और अच्छी पेंट्री। इस स्थल पर सीसी टीवी द्वारा चौबीस घण्टे निगरानी रखी जाने की व्यवस्था भी की गई है।

बच्चों के लिए इस तरह की जगह बनाने की पहल इसलिए की गई ताकि उन्हें घर में मिलने वाली सुविधाओं की कमी ना लगे और यहां आकर बच्चे पॉजिटिव वातावरण महसूस कर सके। रेल्वे स्टेशनों पर ऐसी जगह बनाने के पीछे एक और उद्देश्य है। दरअसल जिन बच्चों को रेल्वे स्टेशन से आरपीएफ द्वारा किसी भी मामले में पकड़ा, बचाया या उद्धार किया जाता है, उन्हें अब तक स्टेशन मास्टर के कमरे या स्टेशन के किसी भी छोटे खाली गंदे कमरे में रखा जाता रहा है क्योंकि छोटे बच्चों को पुलिस स्टेशन नहीं भेजा जा सकता है, लेकिन अब, इस चाइल्ड फ्रेंडली स्थल के बन जाने के बाद इन रेसक्यूड बच्चों को भी यहीं शरण दिया जाएगा और यहीं काउंसीलिंग भी किया जाएगा ताकि उन्हें मानसिक रूप से सपोर्ट मिल सके और उनका अच्छा ख्याल भी रखा जा सके।