Public Figure: भारत के चौथे प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई मोरारजी देसाई का जन्म 29 फरवरी 1896 को गुजरात के बुलसर जिले के भदेली नामक गाँव में हुआ था। उनके पिता रणछोड़जी देसाई भावनगर में एक स्कूल अध्यापक थे और बाद में मानसिक अवसाद से ग्रस्त रहने के कारण उन्होंने आत्म-हत्या कर ली थी। By Lotpot 30 Jan 2024 in Lotpot Personality New Update भारत के चौथे प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई Public Figure: भारत के चौथे प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई:- मोरारजी देसाई का जन्म 29 फरवरी 1896 को गुजरात के बुलसर जिले के भदेली नामक गाँव में हुआ था। उनके पिता रणछोड़जी देसाई भावनगर में एक स्कूल अध्यापक थे और बाद में मानसिक अवसाद से ग्रस्त रहने के कारण उन्होंने आत्म-हत्या कर ली थी। मोरारजी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा सौराष्ट्र के ‘द कुंडला स्कूल’ से ग्रहण की और बाद में वलसाड़ के बाई अव हाई स्कूल में दाखिला लिया। मुंबई के विल्सन काॅलेज से स्त्नातक करने के बाद वो गुजरात सिविल सेवा में शामिल हो गए। (Lotpot Personality) मोरारजी देसाई भारत के स्वाधीनता सेनानी और देश के चौथे प्रधानमंत्री थे। वह पहले गैर कांग्रेसी प्रथम प्रधानमंत्री थे। 81 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री बनने वाले मोरारजी एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ एवं पाकिस्तान के सर्वोच्च सम्मान ‘निशान-ए-पाकिस्तान’ से सम्मानित किया गया है। स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान मोरारजी कई बार जेल गए। सन 1931 में वह गुजरात प्रदेश की कांग्रेस कमेटी के सचिव बने और फिर अखिल भारतीय युवा कांग्रेस की शाखा स्थापित कर उसके अध्यक्ष बन गए। अपने नेतृत्व कौशल से वह स्वतंत्रता सेनानियों के चहेते और गुजरात कांग्रेस के महत्वपूर्ण नेता बन गए। (Lotpot Personality) नियति का संयोग ऐसा हुआ की शास्त्री जी के अकस्मात् मृत्यु के बाद महज 18 महीने के बाद ही... नियति का संयोग ऐसा हुआ की शास्त्री जी के अकस्मात् मृत्यु के बाद महज 18 महीने के बाद ही प्रधानमंत्री की कुर्सी एक बार फिर खाली हो गयी। शास्त्री जी की मृत्यु के बाद कांग्रेस अध्यक्ष के. कामराज ने पंडित नेहरु की बेटी इंदिरा गाँधी का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए सुझाया पर मोरारजी देसाई ने भी प्रधानमंत्री पद के लिए स्वयं का नाम प्रस्तावित कर दिया। कांग्रेस संसदीय पार्टी द्वारा मतदान के माध्यम से इस गतिरोध को सुलझाया गया और इंदिरा गाँधी विजयी हुईं। इसके बाद मोरारजी इंदिरा गाँधी मंत्रिमंडल में उप-प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री बने। वर्ष 1969 में जब इंदिरा ने उनसे वित्त मंत्रालय वापस ले लिया तब उन्होंने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद कांग्रेस का विभाजन दो खंडो में हो गया। एक के नेता मोरारजी थे और दूसरे की इंदिरा गाँधी। (Lotpot Personality) सन 1971 के लोक सभा चुनाव में इंदिरा गाँधी को अपार सफलता मिली जबकि मोरारजी (जो खुद चुनाव जीत गए थे) का गुट कुछ खास नहीं कर सका। मोरारजी देसाई ने पड़ोसी मुल्कों पाकिस्तान और चीन से रिश्ते सुधारने की दिशा में पहल किया। उन्होंने चीन के साथ राजनयिक संबंधो को बहाल किया और इंदिरा गाँधी सरकार द्वारा किये गए बहुत सारे संवैधानिक संशोधनों को उनके मूल रूप में वापस कर दिया। (Lotpot Personality) चुनाव प्रचार के दौरान मोरारजी देसाई ने भारत के खुफिया एजेंसी ‘राॅ’ को बंद करने की बात कही थी और जब वो प्रधानमंत्री बने तब उन्होंने सचमुच एजेंसी का आकार और बजट बहुत कम कर दिया था। प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे के बाद मोरारजी देसाई ने 83 साल की उम्र में राजनीति से संन्यास ले लिया और मुंबई में रहने लगे। 10 अप्रैल 1995 को 99 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया। (Lotpot Personality) lotpot-e-comics | famous-personality | Sixth Prime Minister of India | Morarji Desai Life | लोटपोट | lottpott-i-konmiks | भारत के चौथे प्रधानमंत्री | Fourth Prime Minister of India यह भी पढ़ें:- Public Figure: सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान से सम्मानित आर.के. नारायण Public Figure: एक उच्च शिक्षित उद्योगपति हैं रतन टाटा Public Figure: राम प्रसाद बिस्मिल Public Figure: भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी #लोटपोट #Lotpot #Public Figure #famous personality #लोटपोट इ-कॉमिक्स #lotpot E-Comics #Morarji Desai Life #मोरारजी देसाई #भारत के चौथे प्रधानमंत्री #Fourth Prime Minister of India You May Also like Read the Next Article