Vikram Sarabhai: भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक डॉ. विक्रम साराभाई (Vikram Sarabhai) भारतीय विज्ञान जगत की एक ऐसी शख्सियत हैं, जिनकी वजह से भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम दुनियाभर में मशहूर हुआ। उनका जन्म 12 अगस्त 1919 को गुजरात के अहमदाबाद में हुआ था। By Lotpot 30 Dec 2024 in Lotpot Personality New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 डॉ. विक्रम साराभाई (Vikram Sarabhai) भारतीय विज्ञान जगत की एक ऐसी शख्सियत हैं, जिनकी वजह से भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम दुनियाभर में मशहूर हुआ। उनका जन्म 12 अगस्त 1919 को गुजरात के अहमदाबाद में हुआ था। विक्रम साराभाई का परिवार समाजसेवी और उद्योगपति के रूप में जाना जाता था। उनकी मां सरला देवी और पिता अंबालाल साराभाई ने उन्हें समाज सेवा और शिक्षा के प्रति समर्पण की प्रेरणा दी। शिक्षा और करियर विक्रम साराभाई ने अपनी शुरुआती पढ़ाई अहमदाबाद में की और बाद में कैंब्रिज विश्वविद्यालय से भौतिकी (Physics) में डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान वह भारत लौटे और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc), बेंगलुरु में वैज्ञानिक अनुसंधान में शामिल हुए। उनके मार्गदर्शक महान वैज्ञानिक सी.वी. रमन थे। डॉ. साराभाई ने 1947 में "फिजिकल रिसर्च लैबोरेटरी (PRL)" की स्थापना की। यह भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की नींव थी। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की स्थापना डॉ. विक्रम साराभाई ने 1969 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की स्थापना की। उनका मानना था कि विज्ञान और तकनीक का उपयोग समाज के विकास के लिए होना चाहिए। उन्होंने सैटेलाइट के माध्यम से भारत में शिक्षा, दूरसंचार, और मौसम की जानकारी को बढ़ावा देने का सपना देखा। निजी जीवन डॉ. विक्रम साराभाई ने प्रसिद्ध शास्त्रीय नृत्यांगना मृणालिनी साराभाई से विवाह किया। उनके दो बच्चे हैं—कार्तिकेय साराभाई और मल्लिका साराभाई। मल्लिका साराभाई एक प्रसिद्ध नृत्यांगना और अभिनेत्री हैं, जबकि कार्तिकेय साराभाई पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्यरत हैं। उपलब्धियां और सम्मान डॉ. साराभाई को 1966 में पद्म भूषण और 1972 में मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। उन्होंने परमाणु ऊर्जा आयोग और अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों में अपनी सेवाएं दीं। उनकी देखरेख में भारत का पहला सैटेलाइट "आर्यभट्ट" 1975 में लॉन्च हुआ। मृत्यु 30 दिसंबर 1971 को डॉ. विक्रम साराभाई का केरल के कोवलम में आकस्मिक निधन हो गया। उनकी मृत्यु ने भारतीय विज्ञान जगत को अपूरणीय क्षति पहुंचाई। विक्रम साराभाई से जुड़ी FAQs प्रश्न 1: विक्रम साराभाई को किस लिए जाना जाता है?उत्तर: उन्हें भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक के रूप में जाना जाता है। प्रश्न 2: विक्रम साराभाई का जन्म और निधन कब हुआ?उत्तर: उनका जन्म 12 अगस्त 1919 को हुआ और निधन 30 दिसंबर 1971 को हुआ। प्रश्न 3: विक्रम साराभाई ने किस संस्था की स्थापना की?उत्तर: उन्होंने फिजिकल रिसर्च लैबोरेटरी (PRL) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की स्थापना की। प्रश्न 4: उनकी पत्नी कौन थीं?उत्तर: उनकी पत्नी मृणालिनी साराभाई थीं, जो एक प्रसिद्ध शास्त्रीय नृत्यांगना थीं। प्रश्न 5: विक्रम साराभाई को कौन से पुरस्कार मिले?उत्तर: उन्हें पद्म भूषण (1966) और मरणोपरांत पद्म विभूषण (1972) से सम्मानित किया गया। डॉ. विक्रम साराभाई ने भारत को अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी देशों में खड़ा करने का सपना देखा और उसे साकार किया। उनकी विरासत आज भी भारत के वैज्ञानिक प्रगति में झलकती है। उनकी सोच, समर्पण और विजन हमें प्रेरित करता है। और पढ़ें : प्रथम महिला राष्ट्रपति: प्रतिभा पाटिल का जीवन परिचय जगत प्रकाश नड्डा: भारतीय राजनीति के एक प्रमुख नेता Lalit Modi : आईपीएल के संस्थापक और क्रिकेट में नई क्रांति के जनक Arundhati Roy: प्रसिद्ध लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता का जीवन परिचय You May Also like Read the Next Article