केक पर लगी मोमबत्तियों को बुझाने से हो सकता है सेहत को खतरा, जानिए क्यों बदलनी चाहिए ये आदत केक काटना हर खास मौके का एक अभिन्न हिस्सा होता है, चाहे वह जन्मदिन हो, शादी की सालगिरह, या कोई अन्य विशेष दिन। केक पर लगी मोमबत्तियों को फूंककर बुझाना और फिर केक काटना एक ऐसी परंपरा है जिसे हम बचपन से देखते और निभाते आ रहे हैं। हालांकि, इस प्यारी परंपरा के पीछे छुपे खतरे के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। फूंक मारने से फैल सकते हैं बैक्टीरिया क्लेम्सन यूनिवर्सिटी में हुए एक अध्ययन के अनुसार, केक पर लगी मोमबत्तियों को फूंक मारकर बुझाने से हमारे मुंह के बैक्टीरिया सीधे केक पर पहुंच जाते हैं। इस प्रक्रिया में मुंह से निकलने वाले बैक्टीरिया केक की सतह पर चिपक सकते हैं, जिससे केक खाने वालों के लिए संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। अगली बार सोचें, कहीं आप दूसरों को खतरे में तो नहीं डाल रहे अगली बार जब आप केक पर लगी मोमबत्तियों को फूंक मारने के लिए तैयार हों, तो एक बार जरूर सोचें कि यह परंपरा आपके और आपके प्रियजनों के स्वास्थ्य के लिए कितनी सुरक्षित है। हो सकता है कि यह छोटा सा बदलाव आपके और दूसरों के लिए स्वास्थ्यवर्धक साबित हो। Positive News की और भी खबरें:- बच्चों के लिए स्मार्ट पेन बच्चों के लिए विज्ञान और तकनीक की अद्भुत दुनिया बच्चों के लिए क्रिएटिव रोबोट हुआ लॉन्च Positive News: नेशनल क्रिएटर्स अवॉर्ड 2024 ब्रह्मांड के सटीक आकार का हुआ खुलासा! चाँद पर जीवन संभव: वैज्ञानिकों ने शुरू की घर बसाने की प्रक्रिया