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तरंग शक्ति 2024- अगस्त 2024 का महीना भारत के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ, जब देश ने "तरंग शक्ति 2024" नामक पहला बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यास सफलतापूर्वक आयोजित किया। यह अभ्यास न केवल भारतीय वायुसेना के लिए बल्कि सभी भाग लेने वाले देशों के लिए एक महत्वपूर्ण घटना थी। इस अभ्यास ने हवाई सुरक्षा को मजबूत करने और विभिन्न देशों के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने का काम किया।
तरंग शक्ति 2024- मुख्य उद्देश्य और महत्व
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हवाई सुरक्षा का सुदृढ़ीकरण:
तरंग शक्ति 2024 का मुख्य उद्देश्य हवाई सुरक्षा को मजबूत करना और विभिन्न देशों के बीच आपसी सहयोग को बढ़ावा देना था। इसमें भाग लेने वाले देशों ने अपने अनुभवों और तकनीकों को साझा किया, जिससे वायुसेना की क्षमता और तत्परता में वृद्धि हुई। -
रक्षा सहयोग का विस्तार:
इस अभ्यास के माध्यम से भारत ने विभिन्न देशों के साथ अपने रक्षा संबंधों को और भी मजबूत किया। यह अभ्यास न केवल हवाई सुरक्षा के क्षेत्र में बल्कि समग्र रक्षा सहयोग में भी महत्वपूर्ण साबित हुआ।
भाग लेने वाले देश और उनकी भूमिका
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अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी:
तरंग शक्ति 2024 में विभिन्न देशों ने हिस्सा लिया, जिनमें अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन, जापान, और ऑस्ट्रेलिया शामिल थे। हर देश ने अपने हवाई बेड़े और उन्नत तकनीक का प्रदर्शन किया, जिससे यह अभ्यास अत्यंत प्रभावशाली बन गया। -
प्रदर्शित क्षमताएँ:
इस अभ्यास में आधुनिक युद्धक विमान, हेलीकॉप्टर, और ड्रोन का प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा, विभिन्न देशों ने अपने सामरिक और तकनीकी कौशल का भी प्रदर्शन किया।
भारतीय वायुसेना की भूमिका
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सुविधाएँ और तैयारियाँ:
भारतीय वायुसेना ने इस अभ्यास के आयोजन के लिए तमिलनाडु के सुलार में अत्याधुनिक सुविधाओं की स्थापना की। इस स्थान को विशेष रूप से हवाई अभ्यास के लिए तैयार किया गया, जिसमें सभी आवश्यक तकनीकी और सामरिक उपकरण उपलब्ध कराए गए। -
राष्ट्रीय गर्व:
इस अभ्यास ने भारतीय वायुसेना को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी क्षमता और तैयारियों का प्रदर्शन करने का मौका दिया। यह न केवल भारत के लिए बल्कि पूरे एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए गर्व का विषय बन गया।
तरंग शक्ति 2024 ने भारत को अंतरराष्ट्रीय हवाई सुरक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया। यह अभ्यास विभिन्न देशों के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने का एक मजबूत माध्यम बना। इसके सफल आयोजन ने भारत को वैश्विक रक्षा समुदाय में एक महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में स्थापित किया।