बाल कहानी : बया की दावत
अचानक ही नन्हीं बया को धुन सवार हुई कि वह भी दावत देगी। नीलू मोर, भूरी चील, लंबू सारस, शानू बगुला सब अब तक दावत दे चुके थे। नन्हीं सोचती कि सब मिल जुलकर खाते है। मौज मनाते हैं। तो कितना आनंद आता हैं। क्यों न वह किसी एक ऐसी ही दावत दे डाले।