E-Comic Lotpot : मोटू पतलू और मंगल पर दंगल
"मंगल पर दंगल" एक रोमांचक कॉमिक है जो मोटू और पतलू की जिंदगी में एक नए तरह के उत्साह को दर्शाती है। कहानी की शुरुआत में मोटू और पतलू शहर के पॉल्यूशन और शोर से परेशान होकर अपने घर के आंगन में बैठे होते हैं।
"मंगल पर दंगल" एक रोमांचक कॉमिक है जो मोटू और पतलू की जिंदगी में एक नए तरह के उत्साह को दर्शाती है। कहानी की शुरुआत में मोटू और पतलू शहर के पॉल्यूशन और शोर से परेशान होकर अपने घर के आंगन में बैठे होते हैं।
इस कॉमिक की कहानी में मोटू-पतलू के बीच एक मजेदार और हास्यपूर्ण स्थिति सामने आती है। एक दिन, अचानक, पूरे शहर में अफवाह फैल जाती है कि "प्रलय आने वाली है।"
यह कॉमिक स्क्रिप्ट मोटू, पतलू और उनके दोस्तों के बीच के मजेदार और चुलबुले विचारों का संगम है। कहानी की शुरुआत होती है जब मोटू और पतलू, अपने दोस्तों के साथ, खाने-पीने के बिजनेस की संभावना पर चर्चा करते हैं।
एक खूबसूरत दिन में मोटू, पतलू, घसीटा और डॉ. झटका नौका विहार का मजा लेने निकलते हैं। ठंडी हवाओं और नदी की लहरों के संगीत में डूबे ये दोस्त बहुत खुश होते हैं।
फुरफुरी नगर में अचानक एक बेबी डायनासोर के आने से हड़कंप मच जाता है। मोटू, डायनासोर को देखकर घबरा जाता है और उसे अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागना पड़ता है।
क्रिसमस का जश्न मनाने के लिए मोटू-पतलू के आंगन में अचानक एक हिलता-डुलता, बोलने वाला हाइटेक क्रिसमस ट्री आ जाता है। मोटू और पतलू हैरान रह जाते हैं कि आखिर ये जादुई ट्री कहां से आया। ट्री खुद बोलता है
एक दिन पतलू डॉ. झटका के पहुँचता है और उसको बताता है कि झटके मेरे हांथों में ताकत नहीं रह गयी है, मैं कोई भी भारी सामान उठा नहीं पा रहा हूँ। पतलू की बात सुनकर डॉ. झटका पतलू को समझाता है।