पपीता राम की होली – रंगों से भागता बच्चा आखिरकार होली में डूबा
पपीता राम एक नटखट और जिद्दी लड़का था, लेकिन उसे होली खेलना बिल्कुल पसंद नहीं था। जब उसके दोस्त रंग और पिचकारी लेकर उसके पास आए, तो उसने सीधे हाथ जोड़कर मना कर दिया –
पपीता राम एक नटखट और जिद्दी लड़का था, लेकिन उसे होली खेलना बिल्कुल पसंद नहीं था। जब उसके दोस्त रंग और पिचकारी लेकर उसके पास आए, तो उसने सीधे हाथ जोड़कर मना कर दिया –
इस कॉमिक की कहानी में मोटू-पतलू के बीच एक मजेदार और हास्यपूर्ण स्थिति सामने आती है। एक दिन, अचानक, पूरे शहर में अफवाह फैल जाती है कि "प्रलय आने वाली है।"
चेलाराम, एक ऐसा बच्चा है जो अपनी मजाकिया बातों और समझदारी से सभी को हंसाने में माहिर है। उसकी हर बात में एक अनोखी और हास्यपूर्ण चिंगारी होती है। एक दिन मास्टर जी ने क्लास में पूछा कि क्या किसी ने अच्छा काम किया है।
सर्दी की ठिठुरती सुबह में मोटू और पतलू ने ठंड से बचने के लिए गरम चाय पीने का मन बनाया, लेकिन समस्या थी कि दूध लाना पड़ेगा। दोनों ने रजाई ओढ़कर दूध लेने का अनोखा आइडिया निकाला।
शहर में अचानक उड़ने वाले सांप 'नागदश' ने तहलका मचा दिया। लोगों के बीच दहशत का माहौल था क्योंकि नागदष की जहरभरी फुंकार सांस के जरिए किसी को भी मौत के घाट उतार सकती थी।
पपीता राम, जो एक मजेदार और चुलबुला लड़का है, अपनी मम्मी से ₹500 मांगता है। घर में आते ही वह मम्मी को पुकारता है, जिससे मम्मी घबराकर पूछती हैं कि आखिर बात क्या है।
नीटू ने अपने नए गैजेट 'डोगी', एक लोहे का रोबोट, को तैयार कर लिया था। वह अपने दोस्तों को दिखाने के लिए बेहद उत्साहित था। लेकिन तभी उसका दोस्त नासा, जो अपने खुंखार और खतरनाक कुत्ते के लिए मशहूर था