E Comics: पपीता राम और महा-दावत: जब भूख ने बदल दी सारी चाल!
क्या आपको कभी इतनी तेज़ भूख लगी है कि आपको लगा हो कि बस अब खाना मिल जाए तो कुछ भी कर गुज़रेंगे? क्या आपने कभी सोचा है कि भूख लगने पर हमारे दिमाग में क्या-क्या चलता है?
क्या आपको कभी इतनी तेज़ भूख लगी है कि आपको लगा हो कि बस अब खाना मिल जाए तो कुछ भी कर गुज़रेंगे? क्या आपने कभी सोचा है कि भूख लगने पर हमारे दिमाग में क्या-क्या चलता है?
क्या आपने कभी किसी चीज़ को देखकर सोचा है — “काश! ये मेरी होती!” 😋 बिलकुल वैसे ही जैसे जब हम बेकरी की दुकान के बाहर से देखते हैं — केक, पेस्ट्री, चॉकलेट्स… और फिर हमारी ज़ुबान अपने आप कहती है
E-Comic : सम्पत चम्पत और बैंक की लूट- क्या आपने कभी सुना है — चोर भी कभी-कभी खुद ही फँस जाते हैं? अगर नहीं, तो तैयार हो जाइए एक ऐसी ही हँसी-ठिठोली भरी कहानी के लिए जहाँ न सिर्फ ठहाके लगते हैं बल्कि सिखने को भी मिलता है।
क्या आपने कभी सोचा है कि आपका सबसे अच्छा दोस्त ही आपका सबसे बड़ा दुश्मन बन जाए? हमारी इस कहानी में नीटू और उसके रोबो दोस्त के साथ कुछ ऐसा ही होने वाला है।
बच्चों, क्या आपने कभी भूख लगने पर सिर्फ़ कल्पना में खाना खाया है? या फिर किसी दोस्त से कुछ वादा किया हो, और बाद में पता चले कि वह तो सिर्फ़ एक मज़ाक था?
नमस्ते बच्चों! क्या आपने कभी सोचा है कि जब मोटू और पतलू, जो हमेशा अपनी हरक़तों से मुसीबत मोल लेते हैं, एक धार्मिक जागरण करने का फ़ैसला करें तो क्या होगा?
नीटू एक नटखट और जिज्ञासु बच्चा था। उसकी दुनिया हमेशा रोमांच और शरारत से भरी रहती थी। एक दिन अचानक उसे अजीब-सी आवाज़ सुनाई दी। कान बजने लगे तो नीटू को लगा कि शायद उसे भ्रम हो रहा है।