प्रिया और प्रकृति का पाठ
प्रिया के विशाल बंगले में रंग-बिरंगे गुलाब के पौधे उगे थे। वह स्कूल जाने से पूर्व दो-तीन किस्म के गुलाब के फूल तोड़ती। कभी अपनी मैडम को, तो कभी अपनी सहेलियों को वह फूल भेंट किया करती...
प्रिया के विशाल बंगले में रंग-बिरंगे गुलाब के पौधे उगे थे। वह स्कूल जाने से पूर्व दो-तीन किस्म के गुलाब के फूल तोड़ती। कभी अपनी मैडम को, तो कभी अपनी सहेलियों को वह फूल भेंट किया करती...
बरसात का मौसम आने वाला था। आसमान में बादल उमड़-घुमड़ रहे थे, और हवा में नमी बढ़ गई थी। एक नन्ही चिड़िया, जो अपने बच्चों के साथ नदी किनारे एक सुरक्षित आश्रय ढूंढ रही थी, वह पेड़ों की ओर जा पहुँची।
शहर में हरिदत्त नाम का एक ब्राह्मण रहता था। वह एक फार्म चलाता था। वह बहुत मेहनती था, लेकिन इतनी मेहनत के बाद भी उसे फार्म से पूरा उत्पादन नहीं मिलता था।
प्रताप और प्रकाश बचपन से साथ पढ़े थे। प्रताप आजकल दिल्ली में नौकरी कर रहा था प्रकाश अपने पुराने शहर में ही रह रहा था प्रकाश अपने दफ्तर के काम से दिल्ली आया था। अपना काम खत्म कर के उसने कुछ समय अपने दोस्त के साथ बिताया।
बीस साल बाद पुराने दोस्त एक होटल में मिलते हैं और अपने पेशों का वर्णन करते हैं। जब बारी आती है नलिन की, तो वह बताता है कि वह किसान है, सभी हंस पड़ते हैं। लेकिन नलिन अपनी तुलना से स्पष्ट करता है कि वह शिक्षक होते हुए भी किसान की तरह कार्य करता है।
दीपू, सोनू की खिंचाई करने में आनंद लेता है क्योंकि सोनू बैसाखी का सहारा लेता है। पिकनिक के दौरान दीपू का पैर टूट जाता है और उसे भी बैसाखी की जरूरत पड़ती है। दीपू को सोनू की पीड़ा का एहसास होता है और वह भविष्य में किसी को नहीं चिढ़ाने का संकल्प करता है।
जर्मनी के प्रसिद्ध उद्योगपति जैकब ने एक चित्रकार से अपना तैलचित्र बनवाया, जिसकी कीमत चित्रकार ने 1000 सिक्के बताई। बाद में उस चित्र को प्रदर्शनी में "जर्मनी का सबसे बड़ा चोर" के रूप में प्रदर्शित किया गया। यह कहानी चित्रकार की चतुराई को उजागर करती है।
संतोष, एक खिलौने वाला, एक बच्चे को हरा गुब्बारा देता है लेकिन उसकी मां उसे संदेह के साथ देखती है। संतोष बच्चे को उसकी मां के पास ले जाता है, जब वह बच्चा जंगल में खो जाता है। कहानी ने एक संदेश दिया है कि बच्चे सभी के होते हैं और सबको उनकी मदद करनी चाहिए।
राजा विक्रम सिंह ने अपने राज्य में चोर पकड़वाने पर इनाम देने की घोषणा की। मां की दवा के लिए, एक भाई अपनी बहन को चोर बताकर राजा के पास ले जाता है। राजा ने बहन को जेल से बाहर बुलाया, और उसे दवा के लिए अतिरिक्त पैसे दिए, ताकि वह अपनी मां की देखभाल कर सके।