E Comics: पपीता राम और महा-दावत: जब भूख ने बदल दी सारी चाल!
क्या आपको कभी इतनी तेज़ भूख लगी है कि आपको लगा हो कि बस अब खाना मिल जाए तो कुछ भी कर गुज़रेंगे? क्या आपने कभी सोचा है कि भूख लगने पर हमारे दिमाग में क्या-क्या चलता है?
क्या आपको कभी इतनी तेज़ भूख लगी है कि आपको लगा हो कि बस अब खाना मिल जाए तो कुछ भी कर गुज़रेंगे? क्या आपने कभी सोचा है कि भूख लगने पर हमारे दिमाग में क्या-क्या चलता है?
नमस्ते बच्चों! क्या आपने कभी सोचा है कि जब मोटू और पतलू, जो हमेशा अपनी हरक़तों से मुसीबत मोल लेते हैं, एक धार्मिक जागरण करने का फ़ैसला करें तो क्या होगा?
नीटू एक नटखट और जिज्ञासु बच्चा था। उसकी दुनिया हमेशा रोमांच और शरारत से भरी रहती थी। एक दिन अचानक उसे अजीब-सी आवाज़ सुनाई दी। कान बजने लगे तो नीटू को लगा कि शायद उसे भ्रम हो रहा है।
"मिन्नी की होशियारी" के इस विशेष कॉमिक में कहानी बच्चों की शरारतों से शुरू होती है। मिनी और उसके दोस्त मज़ाक-मस्ती कर रहे हैं—कभी होमवर्क न करने पर डांट, कभी गंदी कॉपी की शिकायत, तो कभी 1000 बार नाम लिखने की सज़ा।
यह कॉमिक बच्चों के मनोरंजन (entertainment) और शिक्षा (education) दोनों के लिए बनाई गई है। इसमें नटखट नीटू जैसे मज़ेदार और होशियार पात्र हैं, जो टेक्नोलॉजी, साहस और समझदारी से मुश्किलों को हल करते हैं।
E-Comic शेखचिल्ली और रॉकेट : अगर आप सोचते हैं कि हवा में उड़ना सिर्फ परियों और सुपरहीरोज़ का काम है, तो तैयार हो जाइए, क्योंकि षेख चिल्ली और उनके अतरंगी दोस्त नूरी जिन्न एक बार फिर लेकर आए हैं ऐसी मस्ती और मुसीबत की कहानी
सर्दी की ठिठुरती सुबह में मोटू और पतलू ने ठंड से बचने के लिए गरम चाय पीने का मन बनाया, लेकिन समस्या थी कि दूध लाना पड़ेगा। दोनों ने रजाई ओढ़कर दूध लेने का अनोखा आइडिया निकाला।