भारत के पश्चिमी प्रान्त गोवा की राजधानी पणजी की यात्रा पणजी (Panaji) भारत के पश्चिमी प्रान्त गोवा की राजधानी (Capital of Goa) है। पणजी को पंजीम भी कहा जाता है। पणजी पश्चिमी भारत में मांडवी नदी के तट पर स्थित है। पणजी वास्को डी गामा और मरागो के बाद गोवा का सबसे बड़ा तीसरा शहर है। पणजी में गर्मी के मौसम में गर्मी और जाड़े में एक ही जैसा मौसम रहता है। By Lotpot 07 Oct 2021 in Stories New Update पणजी (Panaji) भारत के पश्चिमी प्रान्त गोवा की राजधानी (Capital of Goa) है। पणजी को पंजीम भी कहा जाता है। पणजी पश्चिमी भारत में मांडवी नदी के तट पर स्थित है। पणजी वास्को डी गामा और मरागो के बाद गोवा का सबसे बड़ा तीसरा शहर है। पणजी में गर्मी के मौसम में गर्मी और जाड़े में एक ही जैसा मौसम रहता है। तापमान मार्च और मई के दौरान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता है और सर्दियों में दिसंबर से फरवरी तक यह आमतौर पर 32 डिग्री और 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। इस मानसून अवधि यानी जून सितंबर में भारी वर्षा होती है। पूरी दुनिया में गोवा अपने समुद्र तट (Beach) के लिए जाना जाता है। दुनियाभर से हर साल लाखों सैलानी गोवा में के लिए आते हैं। प्राचीन मंदिरों, खूबसूरत समुद्र किनारों और प्राकृतिक नजारों ने युवाओं और बुजुर्गो को भी आकर्षित किया है। यहां सुनहरे लंबे समुद्र तट, आकर्षक चर्च, मंदिर, पुराने किले, नाइट-लाइफ, सी फूड और पार्टियों के अलावा दूसरे शहरों की अपेक्षा अधिक शांति मिलती है। यहां की बीच अपनी भूरी रेत और पाम के पेड़ों से पर्यटकों को आकर्षित करते है। शहर का दिल यहां के खूबसूरत गिरजा घरों में धड़कता है। पणजी (Panaji) अपने धार्मिक स्थानों जैसे सेंट कैथरीन की चैपाल तथा पणजी चर्च के लिए भी प्रसिद्ध है। हिन्दू लोग अकसर महालक्ष्मी तथा मारुति मंदिर देखने के लिए आते हैं। सैलानी फरवरी में आनंदोत्सव समारोह सड़कों पर एक रंगारंग परेड में शामिल होते हैं। चर्च और मंदिर के अलावा जामा मस्जिद, गिरजाघर सेंट सेबस्टियन और फोंटेनहस जो पुरानी लाटिन क्वार्टर माना जाता है सामान्य क्षेत्र में है, साथ ही मिरामर के आसपास के समुद्र तट, हनुमान मंदिर पणजी के प्रमुख आकर्षण हैं। पणजी (Panaji) से थोड़ी दूर मांडोवी नदी के किनारे स्थित एक गांव, रीस मैगोस, में रीस मैगोस किला है जहां पणजी से आसानी से पहुंचा जा सकता है। रीस मैगोस किले से पणजी का बहुत सुंदर नजारा देखने को मिलता है। कुछ समय पहले यह फिर से चमकाया गया था। इस किले की यात्रा के लिए अधिपत्र लेना होता है क्योंकि यह किला प्रसिद्ध अगुआड़ा किले से लगभग 50 साल पहले बना था। और पढ़ें : लोटपोट ट्रेवल : कोडाईकनाल के बारे में मजेदार तथ्य #Best Travelling Place #Travel India #Panaji You May Also like Read the Next Article