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बैसाखी सिखों के त्योहारों में सबसे अहम त्योहार है। 1699 ऐ. डी में इस दिन खालसा पंत (Khalsa Panth) की स्थापना की गयी थी और हर साल इसे अप्रैल में मनाया जाता है।
खालसा पंथ की स्थापना किसने की ?
सिखों के दसवें गुरु- गुरु गोबिंद सिंह जी ने
कहां की?
भारत के पंजाब राज्य के आनंदपुर साहिब में
कब की?
30मार्च 1699 को
किसके साथ की?
पंज प्यारों के साथ
खालसा पंथ का इतिहास
बैसाखी की बड़ी भीड़ वाले दिन गुरु गोबिंद सिंह जी ने पूछा था की क्या कोई विश्वास के लिए अपने सिर देने के लिए तैयार है, तब एक एक करके पांच लोगों ने हामी भरी। तब गुरु साहिब ने इन पांच प्यार वाले इंसानों को एक खास रस्म ‘‘पाहुल’’ के जरिये अमृत छकाया और कहा, ‘जहां पर यह पंज प्यारे होंगे, वही मैं आऊँगा’’। गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा को एक अलग पहचान दी और उन्हें 5 की और जिन्दगी को हिम्मत, त्याग और दूसरो के प्रति सेवा और एक जैसी भावना रखकर जीने का वरदान दिया।
पंज प्यारे
यह पांच प्यारे पूरे भारत से आए थे
- भाई दया सिंह जी - लाहौर से
- भाई धरम सिंह जी - यू पी के हस्तिनापुर से
- भाई हिम्मत सिंह जी- ओडिशा के जगन्नाथ पुरी से
- भाई मोखम सिंह जी- गुजरात के द्वारका से
- भाई साहिब सिंह जी- कर्नाटक के बिदर से