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हम बचपन से यह जानते हैं कि शरीर को साफ सुथरा रखने से हम कई तरह की बीमारियों से दूर रह सकते हैं। पिछले तीन वर्षों में , कोरोना पेंडमिक के चलते, दुनिया का हर इंसान यह जान गया हैं कि बार बार हाथों को अच्छी तरह से धोना कितना जरूरी है, लेकिन हाथों के साथ साथ हमें अपने नाखूनों को भी साफ़ रखना जरूरी है क्योंकि गंदे नाखूनों में पनपने वाले कीटाणु हमें बहुत बीमार कर सकते हैं।
इस बारे में भी सबको जानना जरूरी है। नाखूनों के अंदर अक्सर गंदगी जमा हो जाती है, जिसमें बैक्टेरिया पनपने लगते है। अगर हम अपने नाखून के अंदर जमीं गंदगी को टूथ पिक से निकाल कर, उसे माइक्रोस्कोप के नीचे रखकर देखेंगे, तो ये देखकर हैरान रह जाएंगे कि नाखून की गंदगी में कितने ढेर सारे जीवाणु कुलबुला रहे हैं।
अगर हम हाथ धोए बिना, इन्हीं गंदे नाखूनों के साथ कुछ खा लेते हैं या दूसरों को खिलाते है तो कई तरह के खतरनाक रोग हमें और दूसरों को भी हो सकती है, जिसमें गस्ट्रोएंट्रिटिस यानी पेट में इंफेक्शन, उल्टी, दस्त , ई कोलाइटिस कुछ भी हो सकता है, जिसके कारण रोगी कमजोर हो जाता है और कई बार उसकी जान पर भी बन आती है। इसलिए हमेशा अपने नाखूनों को काट कर और अंदर बाहर से साफ़ करके रखना चाहिए।
लंबे नाखून रखना, बरसों से एक फैशन की तरह है लेकिन लंबे नाखून, बीमारियों का भी घर होता है। एक रिसर्च के अनुसार, लंबे नाखूनों के अंदर 32 से ज्यादा तरह की बैक्टिरिया और 28 से ज्यादा फंगस की प्रजातियां पाई जाती है और कई बार उसमें सफेद, पतले, एक इंच तक के पिन- वर्म भी पाया जाता है, जो भोजन के साथ पेट में जाकर किसी को भी बहुत बीमार कर सकता है और इम्युनिटी सिस्टम को भी ख़राब कर देता है।
इस कारण नाखूनों को छोटा और साफ रखना चाहिए। गुनगुने पानी में नींबू निचोड़ कर उस पानी से हाथों और नाखूनों की सफाई करनी चाहिए। टूथ ब्रश और माइल्ड साबुन से भी हाथ और नाखूनों को साफ़ रखा जा सकता है।
★सुलेना मजुमदार अरोरा★