/lotpot/media/media_files/pjFjXktgYqJB5NLnLZ8K.jpg)
भारत तथा एशिया का सबसे बड़ा सीवेज प्लांट
Positive News भारत तथा एशिया का सबसे बड़ा सीवेज प्लांट:- आज भारत जिस तेजी से तरक्की के पायदान चढ़ता जा रहा है उससे प्रतीत होता है कि जल्द ही यह दुनिया का सबसे प्रगतिशील देश कहा जाएगा। दिन दूनी रात चौगुनी प्रगति करने वाले हमारे देश में एक और प्रगति की निशानी है भारत का सबसे बड़ा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, जो लगभग बनकर तैयार हो रहा है। यह प्लांट यमुना नदी के प्रदुषित जल को साफ़ करने के लिए निर्मित किया जा रहा है। (Positive News)
दिल्ली के जल बोर्ड की तरफ से यह प्रोजेक्ट एक लंबे समय से बन रहा था जो हर रोज पाँच सौ चौंसठ...
दिल्ली के जल बोर्ड की तरफ से यह प्रोजेक्ट एक लंबे समय से बन रहा था जो हर रोज पाँच सौ चौंसठ एम एल डी पानी साफ करने की क्षमता रखती है। वैसे तो इसका निर्माण कार्य अब तक पूरा हो जाना चाहिए था लेकिन पिछले दो सालों से कोरोना महामारी के चलते इसका काम पूरा नहीं हो पाया लेकिन अब ये पॉजीटिव खबरें आ रही हैं कि अगर सब ठीक रहा तो आने वाले आठ महीनों में ही भारत और एशिया का सबसे बड़ा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा। खबरों के अनुसार अकेले दिल्ली में ही तीन हजार दो सौ तिहत्तर एम एल डी का सीवेज बनता है जिसमें से दो हजार तीन सौ चालीस एम एल डी पानी को ट्रीट किया जा रहा है । भारत तथा एशिया के इस सबसे विशाल प्लांट को 665 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है। (Positive News)
ओखला में दो और नए प्लांट भी निर्मित हो रहे हैं जो देश की राजधानी से निकलने वाले एक हजार तीन सौ बासठ (1362) एम एल डी गंदे पानी को यमुना नदी में सीधे गिरने से रोकेगा। इनमें से एक प्लांट लगभग 239 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है और दूसरे प्लांट को लगभग 211 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जा रहा है। (Positive News)
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट आखिर है क्या? दरअसल सीवेज प्लांट छोटी-बड़ी फैक्ट्रीज़ और घरों में से निकलने वाले गंदे और दूषित पानी को नदी में गिरने से रोकता है इसे तरह तरह के बायोटिक या फिर केमिकल्स द्वारा साफ-सफाई करके फिर से री-यूज यानी इस्तमाल करने लायक बना देता है। (Positive News)
पॉजिटिव न्यूज़ | लोटपोट इ-कॉमिक्स | लोटपोट | Largest sewage Treatment Plant | lotpot E-Comics